हादसे के इंतजार में बिजली विभाग!
सिद्धार्थनगर: विद्युत विभाग की लापरवाही से नगर में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। आधा दर्जन जगहों
सिद्धार्थनगर: विद्युत विभाग की लापरवाही से नगर में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। आधा दर्जन जगहों पर सड़क के किनारे कम ऊंचाई व खुले में रखे गये ट्रांसफार्मर कब किस बड़ी दुर्घटना का कारण बन जाये,ं कुछ कहा नहीं जा सकता। विद्युत विभाग की लापरवाही से नगरवासियों में किसी अनहोनी की आशंका है।
शीतलगंज, रोडवेज, बहबोल, धानी तिराहा आदि आधा दर्जन जगहों पर ट्रांसफार्मर काफी कम ऊंचाई व खुले में रखे गए हैं। मुख्य मार्गों पर जमीन से मात्र 5 से 7 फिट की ऊंचाई पर रखे इन ट्रांसफार्मरों से कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। वैसे आए दिन जानवरों के छूने से तड़तड़ाहट की आवाज के साथ ये अंगारे उगलते व दगते देखे जाते हैं। जिससे नगर के लोगों को दो-दो दिनों तक बिजली से महरूम हो जाना पड़ता है।
नगर में जर्जर व लूज विद्युत तार भी दुर्घटना का सबब बने हुए हैं। पुराने हो चुके विद्युत तारों से आये दिन जहां फाल्ट की समस्या उत्पन्न हो रही हैं ,वहीं आपस में टकराने से आतिशबाजी होती है। यही नही अंगारे उगलते तारों के टूट कर गिरने से आये दिन भगदड़ तो मचती ही है साथ ही कब कौन इसके चपेट में आ जाये कुछ कहा नही जा सकता है। इस समस्या के लिए खुद बिजली विभाग जिम्मेदार है। जिसकी देख रेख में रखे गए, विद्युत ट्रांसफार्मर सड़क से काफी कम ऊंचाई पर है। इन्हें घेरे न जाने से बकरी, कुत्ता आदि इसके चबूतरे पर बैठ कर आराम फरमाते हैं।