राहगीरों के लिए कष्ट बनी सड़क
सिद्धार्थनगर : बांसी-मेहदावल रोड़ के तेलौरा चौराहे से मूजडीह तक जाने वाला मार्ग जिम्मेदारों की अनदेखी
सिद्धार्थनगर : बांसी-मेहदावल रोड़ के तेलौरा चौराहे से मूजडीह तक जाने वाला मार्ग जिम्मेदारों की अनदेखी बयां कर रहा है। इससे एक दर्जन गांव के लोगों का आवागमन विगत पांच वर्षों से दुरुह बना हुआ है। ग्रामीणों को मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली इस सड़क का पिच भाग पूरी तरह गायब हो चुका है। बड़ी बड़ी गिट्टियां साइकिल व बाइक सवार दोनों के लिए दुर्घटना का सबब बन रहीं है।
विकास खंड के मूजडीह, कुनौना, बथौरा, पिपरा, छहराव, कासडीह, दुबाई, बनके गांव आदि में रहने वाली लगभग बीस हजार हजार आबादी को आवागमन सुलभ कराने के लिए वर्ष 2000 में मंडी समिति द्वारा इस मार्ग का निर्माण किया गया। निर्माण समय से लेकर आज तक मार्ग की न तो कभी मरम्मत हुई और न ही कोई इसे देखने ही आया। नतीजतन मार्ग का अस्तित्व ही अब खतरे में दिखाई पड़ रहा है। जबकि इससे प्रतिदिन गांव के दो सौ छात्र तहसील मुख्यालय स्थित स्कूलों में पढ़ने आते हैं। मार्ग की उखड़ी गिट्टियों में उनकी साइकिल बड़ी मुश्किल से आगे बढ़ती है। इस उबड़-खाबड़ सड़क पर गिरकर चोटिल होना आम बात है। पूर्व प्रधान सतीश दूबे, जाबिर हुसैन, विरेन्द्र दूबे, कमाल, अर¨वद, ओम प्रकाश, आजम खां, गिरीश मिश्रा आदि का कहना है कि हर बार चुनाव में मार्ग के मरम्मत के लिए जन प्रतिनिधि कहते हैं पर स्थिति वही ढाक के तीन पात वाली ही रह जाती है। लोनिवि के अधिशाषी अभियंता भूपेश मणि का कहना है कि मार्ग अभी मंडी समिति के ही अधीन है इस लिए मरम्मत लोनिवि नहीं करा सकता।