प्रमाण-पत्र मिलने पर खिले चेहरे
सिद्धार्थनगर : खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के वित्त पोषित इकाइओं
सिद्धार्थनगर : खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के वित्त पोषित इकाइओं को अनुदान व कम ब्याज दरों में उद्योग लगाने के लिए धन मुहैय्या करा रही है। जिसके जरिए बेरोजगार उद्यमी बनकर आत्म निर्भर बनकर देश के विकास में अपना योगदान दें।
यह बातें खादी ग्रामोद्योग आयोग भारत सरकार गोरखपुर के प्रतिनिधि राम प्रसाद ने कहीं। वह रविवार को सदर तहसील परिसर में जिला खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा पीएम रोजगार सर्जन कार्यक्रम के तहत तीन दिवसीय ग्रामोद्योग प्रदर्शनी के उदघाटन के अवसर पर आयोजित भीड़ को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन के तहत वित्त पोषित इकाईयों को मोमबत्ती, खादी वस्त्र, अचार-मुरब्बा, जड़ी-बूटी से बनी विभिन्न प्रकार के औषधि समेत आफसेट मशीन, मिनरल वाटर आदि के ऋण दिया जाता है। जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी महेन्द्र प्रताप ने कहा कि मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना के बैंकों से वित्त पोषित कराकर रोजगार व स्वरोजगार उपलब्ध कराने की योजना है। कार्य क्षेत्र उद्यम की स्थापना ग्रामीण क्षेत्र में ही अनुमन्य है। इसमें अधिकतम 10 लाख रुपये तक ऋण दिया जाता है। प्रदर्शनी में दान बहादुर चौधरी, सर्वेन्द्र राम त्रिपाठी, पाण्डुकेश्वर चौबे तथा इकाईयों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। इस दौरान बार्डर एरिया विकास कार्यक्रम के कौशल अभिवृद्धि प्रशिक्षण के तहत बढ़नी विकास खंड के 100 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र भी वितरण किया गया।