दर्ज होगा उत्तराधिकारियों का नाम
सिद्धार्थनगर : राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा जारी किये गये निर्देशों के क्रम में तहसील प्रशासन ने
सिद्धार्थनगर : राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा जारी किये गये निर्देशों के क्रम में तहसील प्रशासन ने खतौनियों में निर्विवाद उत्तराधिकारियों का नाम दर्ज कराये जाने के लिए व्यापक अभियान शुरू कर दिया है। परिषद के इस निर्देश से खतौनी में नाम दर्ज कराने के लिए तहसील का चक्कर काटने से वाले उत्तराधिकारियों को काफी राहत मिल गई है।
आगामी 31 मार्च तक चलने वाले इस अभियान में लेखपालों को संबंधित ग्राम के किसी सार्वजनिक स्थल पर ग्रामीणों के बीच खतौनी को पढ़कर सुनाना होगा। खतौनी में अंकित नाम वाले व्यक्ति को मृतक पाये जाने पर फार्म पीए 11 ए भरकर लेखपाल द्वारा ही राजस्व निरीक्षक को उपलब्ध कराया जायेगा। इसकी जांच के उपरांत जो भी निर्विवादित उत्तराधिकारी होगा उसका नाम कंप्यूटर खतौनी में दर्ज कर दिया जायेगा। इसकी नकल रजिस्ट्रार कानूनगो द्वारा निश्शुल्क संबंधित कृषक/ काश्तकार को उपलब्ध करायी जायेगी। अभियान के क्रम में प्रशासन ने ग्राम वार तिथि भी निर्धारित कर दी है। अभियान समाप्ति के उपरांत तहसील के 10 प्रतिशत ग्रामों को चिन्हित कर उसकी जांच जिला स्तरीय अधिकारियों से कराये जाने का भी निर्देश है। अवशेष मिले प्रकरणों में अनुशासनात्मक कार्रवाई किया जाना अभियान का अहम हिस्सा है। तहसीलदार ओपी गुप्ता ने बताया कि अब तक एक हजार से अधिक निर्विवाद उत्तराधिकारियों का नाम खतौनी में दर्ज किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जो लेखपाल रोस्टर के अनुसार गांवों में पहुंच कर खतौनी की सार्वजनिक जांच अनिवार्य रूप से नहीं करेगा उसके विरूद्ध कार्रवाई भी सुनिश्चित की जायेगी।