एक रात में साफ शीशम का बाग
फोटो- 3एसडीआर-36 सिद्धार्थनगर : वन माफियाओं द्वारा खुलेआम हरे पेड़ों की कटान जारी है। जबकि पर्यावरण
फोटो- 3एसडीआर-36
सिद्धार्थनगर : वन माफियाओं द्वारा खुलेआम हरे पेड़ों की कटान जारी है। जबकि पर्यावरण की सुरक्षा के लिये विभाग लाखों खर्च कर पौधरोपड़ भी करवा रहा है। बावजूद इसके पेड़ कटवे एक ही रात में पूरी शीशम की बाग साफ कर उठा ले गये। मगर वन विभाग अपनी जेब गरम करने के चक्कर में पर्यावरण बिगाड़ने पर तुला हुआ है।
तहसील क्षेत्र के ग्राम मुड़िला शिवदत्त में लगे शीशम के सैकड़ों पेड़ एक ही रात में बिना किसी दहशत के काट कर उठा ले गये। लेकिन वन विभाग के उच्चाधिकारियों की निद्रा इतनी गहरी है कि वह जाग ही नहीं रहे है। क्यों नहीं जाग रहे हैं इसका क्या करण है, यह तो आला अधिकारी ही बता पायेंगे। ऐसा नहीं कि क्षेत्रीय नागरिक शिकायत नहीं करते जिसके गांव में हरियाली पर आरा चलता है वह तुरंत शिकायत करते हैं पर उनकी सुनी नहीं जाती और यह अपने काम को अंजाम इस लिये दे ले जाते हैं कि जिम्मेदार कोई कानूनी कार्यवाही नहीं करते। अगर दबाव वश कार्यवाही किये भी तो सिर्फ जुर्माना लगाकर खानापूरी करके अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेते हैं। जिससे पेड़कटवों का हौसला दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है।
''शीशम की बाग काटी गयी है, उसमें 40 पेड़ों की परमिट जारी की गयी थी। उससे अधिक पेड़ काटने के आरोप में जांच के उपरान्त उसका जुर्माना वसूला गया है।''
बीके राय
वन क्षेत्राधिकारी, इटवा