गड़बड़ी पर पर्दा डालने में जुटा महकमा
सिद्धार्थनगर : सरयू नहर खंड तीन बलरामपुर शाखा से जुड़ी नहरें गोलमाल का शिकार हैं। पहले तो सिल्ट सफाई
सिद्धार्थनगर : सरयू नहर खंड तीन बलरामपुर शाखा से जुड़ी नहरें गोलमाल का शिकार हैं। पहले तो सिल्ट सफाई के नाम पर लाखों का बंदरबांट किया गया, अब उस पर पर्दा डालने का काम किया जा रहा है। पर्याप्त पानी के बजाय कम पानी छोड़े जाने से लोगों को हकीकत समझते देर नहीं लग रही। बावजूद उच्चाधिकारी खामोशी का चादर ओढ़ सो रहे हैं।
सिंचाई विभाग द्वारा ऊंचडीह रजवाहा नहर पीआरबी 7.700 किमी की सिल्ट सफाई व बांध मरम्मत का कार्य पिछले महीने पूरा कराया गया। जब किसानों को पानी की अधिक आवश्यकता थी उस वक्त जिम्मेदार सफाई में जुटे थे। अब गेहूं की फसल में जब पानी की आवश्यकता नहीं रही तो मानक के विपरीत पानी छोड़कर कराए गए कार्यो को पानी से डुबो कर गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। किसानों में सड़वा निवासी राजेंद्र चौबे का कहना है कि नहर सिर्फ विभाग के जिम्मेदारों समेत ठेकेदारों के लिए मुफीद साबित साबित हो रही है। किसानों को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है। धौरहरा निवासी गायत्री प्रसाद का कहना है कि जब खेत में पानी की आवश्कता थी तब नहर में पानी नहीं छोड़ा गया। पटखौली निवासी धनई प्रसाद का कहना है कि सिल्ट सफाई के नाम पर किए गए सरकारी धन के बंदरबांट को छिपाने के लिए थोड़ा पानी छोड़ कर विभाग किसानों को गुमराह करने का काम कर रहा है। गुरु प्रसाद ने बताया कि यदि समय से पानी छोड़ा जाता तो किसानों को निजी साधनों से सिंचाई कर अतिरिक्त खर्च वहन न करना पड़ता।
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समय से पानी न छोड़े जाने की जानकारी नहीं मिली है। सिल्ट सफाई के नाम पर सरकारी धन का बंदरबांट काफी गंभीर मामला है। जांच कराएंगे, जिसकी रिपोर्ट विभाग के उच्चाधिकारियों समेत जिलाधिकारी को भेजी जाएगी।
रामसूरत पाण्डेय
उपजिलाधिकारी, इटवा