बालू का अवैध खनन, नींद में जिम्मेदार
सिद्धार्थनगर : कूड़ा नदी के बभनी-रामनगर घाट से अवैध बालू खनन जोरों पर चल रहा है। इससे प्रतिदिन लाखों
सिद्धार्थनगर : कूड़ा नदी के बभनी-रामनगर घाट से अवैध बालू खनन जोरों पर चल रहा है। इससे प्रतिदिन लाखों रुपये राजस्व की क्षति हो रही है, जबकि जिम्मेदार आंख बंद किये हुए हैं।
लोटन क्षेत्र में कूड़ा नदी के बभनी, रामनगर, तिघरा, तिलसड़ी व अन्य घाटों से अवैध बालू का खनन हो रहा है। यहा से बुग्गी, बैलगाड़ी, ठेला व साइकिल से लादकर बालू को लोगों के घरों तक पहुंचाया जा रहा है। मौका देखकर बालू माफिया भोर में या शाम ढलने के बाद ट्रालियों द्वारा बालू की ढुलाई करवा रहे हैं। इस कार्य का जिम्मा एक क्षेत्रीय व्यक्ति ने ले रखा है। प्रति ट्राली तीन हजार, बैलगाडी एक हजार एवं सायकिल व बुग्गी का रेट प्रति बोरी के हिसाब से लगाया जाता है। सब कुछ जानते हुए भी जिम्मेदारों की नींद नहीं टूट रही है।
सूत्रों की मानें तो सभी खर्चे काटने के बाद प्रतिदिन लगभग दस से पंद्रह हजार रुपये की बचत हो रही है। यदि समय रहते इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो रामनगर के पास नदी की कोख सूनी हो जाएगी, जिससे बाध पर दबाव बनने की संभावना दिनोंदिन प्रबल हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि यह बाध टूटा तो रामनगर, रसियावल कला, चिउरहिया, करमैनी, अभयपुर, दैजौली, ठोठरी, हरिबंशपुर सहित दो दर्जन गाव तबाह हो जाएंगे।
उपजिलाधिकारी सदर आर.डी. राम का कहना है कि किसी भी कीमत पर अवैध बालू के खनन को रोका जाएगा। इसकी जांच मैं स्वयं जाकर करूंगा।