सिर सियासी हाथ फिर पुलिस का साथ
सिद्धार्थनगर। मौजूदा सूबे की सरकार में पुलिस उन्हीं की सुनती है, जिनके ऊपर सियासी हाथ हो। यदि आपके प
सिद्धार्थनगर। मौजूदा सूबे की सरकार में पुलिस उन्हीं की सुनती है, जिनके ऊपर सियासी हाथ हो। यदि आपके पास कोई राजनैतिक रसूख नहीं है तो पुलिस आपकी नहीं सुनेगी। अधिकांश मामले सत्ता की सियासी चाबुक में फंस जाते हैं। सबको अपनी नौकरी प्यारी है, फिर पुलिस क्यों पंगा ले। होती रहे घटना, क्या फर्क पड़ता। दर्ज नहीं करेंगे मुकदमा तो अपराध का आंकड़ा तो कम होगा। इसी सोच पर काम कर रही है अपनी त्रिलोकपुर थाना पुलिस।
ताबड़तोड़ चोरियों के चलते हमेशा सुर्खियों में बना रहने वाला यह थाना पीड़ितों को न्याय दिलाने में काफी पीछे है। डकैती के मामलों में चोरी का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। कई मामले ऐसे आते हैं जिनका न तो मुकदमा पंजीकृत किया जाता है और न ही पीड़ित को न्याय मिलता है। उच्चाधिकारियों तक जाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। फरियादी भटक कर निराश घर बैठ रहे हैं, जिसका फायदा उठाकर पुलिस कर्मी मौज छान रहे हैं।
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इन मामलों में रपट दर्ज नहीं
-19 नवंबर 2014 बुढ़ऊ चौराहा स्थित महुआ बुजुर्ग निवासी प्रमोद पुत्र कमला प्रसाद के किराने की दुकान का ताला तोड़कर एक लाख नकदी समेत सामानों की चोरी।
-7 दिसंबर की रात्रि बुढ़ऊ चौराहा निवासी रमेश चंद्र श्रीवास्तव के मकान के कमरे का दरवाजा तोड़ कर भीषण चोरी।
-29 दिसंबर की रात पोखरभिटवा निवासी बदरुद्दीन पुत्र सलाहुद्दीन के घर का ताला तोड़कर घर में रखा बीस हजार नकद, व सोने चांदी के आभूषण चोरी।
-26 जनवरी 2015 की रात्रि कटरिया बाबू निवासी रामस्वरूप चौहान के घर नकब लगाकर चोरी।
-27 जनवरी की रात्रि डेंगहर में राजस्वकर्मी जीतेन्द्र त्रिपाठी व गिरीश मणि त्रिपाठी दोनों के घर से एक ही रात भीषण चोरी।
-28 जनवरी की रात्रि कटरिया बाबू निवासी संतराम पुत्र सोमई के घर से छह हजार नकदी की लूट। किसी में मुकदमा दर्ज नहीं।
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चोरी में बदल गयी यह डकैती
-15 जनवरी 2015 की रात्रि सोहना-सिकटा पीडब्ल्यूडी मार्ग पर स्थित ग्राम लोहरौला में डकैतों ने कमरुद्दीन के पूरे परिवार को बंधक बनाते हुए धारदार हथियार से हमला कर पांच लाख के जेवर व दस हजार नगदी लूट कर फरार।
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मुकदमा दर्ज, खुलासा नहीं
-11 फरवरी की रात त्रिलोकपुर थाना क्षेत्र के ग्राम चिताही पलेसर चौराहे पर स्थित भीटानानकार निवासी बालक चौधरी के साइकिल की दुकान में चोरी हुई। पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन खुलासा नहीं हो सका है।
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इनकी सुनिए कप्तान साहब
लोहरौला निवासी कमरुद्दीन का कहना है कि वह रात अभी तक नहीं भूली है जब 15 जनवरी की रात में आधा दर्जन बदमाश चाकू से प्रहार कर परिवार के सदस्यों को गंभीर रूप से घायल कर में रखा नकदी समेत जेवर लूट कर चले गए। 100 नंबर पर फोन करने के बाद पुलिस जब तक पहुंचती बदमाश फरार हो चुके थे। इतनी बड़ी वारदात के बाद पुलिस सिर्फ चोरी का मुकदमा लिख कर चुप बैठी है। त्रिलोकपुर निवासी जलेश्वर यादव का कहना है कि छह महीने पहले गांव के एक व्यक्ति ने जबरन दीवाल गिरा दिया। थाने पर गया तो नायब दरोगा ने ऐसा थप्पड़ मारा कि एक दांत टूट गया। जिलाधिकारी तक शिकायत किया मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। यहां की पुलिस उसी की सुनती है जिसके पास सत्ता का साथ हो अथवा जेब में पैसा। गदाखौवा निवासी सेतू ने बताया कि घर के सामने की जमीन पर गांव का ही एक व्यक्ति कब्जा कर रहा है, छह महीने से थाने का चक्कर काट रहा हूं। मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही। यह तो बानगी मात्र हैं देखा जाए तो थाना क्षेत्र में कई ऐसी शिकायतें आती है, जिन्हें कूड़ेदान में डाल कर्तव्यों की इतिश्री कर ली जाती है।
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''घटनाओं के खुलासे के लिए पुलिस अपना काम कर रही है। मुकदमा न लिखे जाने की बात निराधार है। यदि पीड़ित थाने आता है तो मामले की जांच तत्काल कराई जाती है। धाराओं का अल्पीकरण नहीं किया जाता बल्कि जांच में जो चीजें सही पाई जाती है, उसी अनुरूप धारा लिखा जाता है।''
गोपाल स्वरूप बाजपेयी
थानाध्यक्ष, त्रिलोकपुर