बाल लीला सुन विभोर हुए श्रद्धालु
सिद्धार्थनगर : वृंदावन से आए कथा वाचक पंडित आलोकानंद जी महाराज द्वारा भगवत कथा के छठवें दिन भगवान की
सिद्धार्थनगर : वृंदावन से आए कथा वाचक पंडित आलोकानंद जी महाराज द्वारा भगवत कथा के छठवें दिन भगवान की बाल लीला का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा कि नंद को पचहत्तर वर्ष तक संतान की प्राप्ति नही हुई तो ब्राह्माणों की कृपा से भगवान श्याम सुंदर नंद बाबा के घर पधारे।
तहसील अन्तर्गत ग्राम मझौवा पाण्डेय में चल रही संगीतमय भागवत कथा में मंगलवार रात प्रवचन में कहा कि अपने बच्चों की रूप छठा में भी भगवान का दर्शन होता है। गोवर्धन भगवान की कथा को सुनाते हुए बताया कि मानव मात्र को अपने वनों व पर्वतों की रक्षा करना चाहिए, जिससे हमारे पर्यावरण की रक्षा हो सकें। जब पर्यावरण सुरक्षित रहेगा तो मानव जीवन भी सुरक्षित रहेगा। भगवान ने भी इसी लिए गोवर्धन पर्वत को उठा कर भक्तों को पर्वतों की रक्षा का संकेत दिया है। कथा में गोवर्धन भगवान की आकर्षक झांकी आकर्षण का केन्द्र रही। आयोजक सत्य धर पाण्डेय, बब्लू पाण्डेय, राम स्वरूप, रवीन्द्र उपाध्याय, सिपाही पाण्डेय, ग्राम प्रधान बृजभूषण पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु कड़ाके की ठंड के बावजूद शुरू से अंत तक जमे रहे।