Move to Jagran APP

डीएम की परीक्षा में अफसर हो गये फेल

सिद्धार्थनगर : बहुत दिनों बाद तहसील दिवस का माहौल बदला-बदला नजर आया। जिलाधिकारी डा. सुरेन्द्र कु

By Edited By: Published: Tue, 18 Nov 2014 07:41 PM (IST)Updated: Tue, 18 Nov 2014 07:41 PM (IST)
डीएम की परीक्षा में अफसर हो गये फेल

सिद्धार्थनगर : बहुत दिनों बाद तहसील दिवस का माहौल बदला-बदला नजर आया। जिलाधिकारी डा. सुरेन्द्र कुमार मंगलवार को सदर तहसील में अफसरों को कर्तव्य एवं दायित्वों का पाठ पढ़ाते नजर आए। उनके इस परीक्षा में चार जिला व तहसील स्तरीय अफसर फेल हुए। गुरू की भूमिका में उन्हें जांच प्रक्रिया के नियम व समय की सीख दी।

loksabha election banner

जिलाधिकारी का सवाल-जब आंगनबाडी केन्द्रों की जांच करने जाते हैं तो वह कब खुलते है इसकी परीक्षा लिया? डीएसओ एपी सिंह व वन क्षेत्राधिकारी हरिशंकर शुक्ल समेत विद्युत विभाग के अफसर नहीं बता पाए। डीएम बोले-आंगनबाडी केन्द्र सुबह 9 बजे से 1 बजे तक खुलते हैं। जांच के दौरान इस बिंदु पर भी ध्यान दें। इसके पहले या बाद में जांच करने का मतलब नहीं है। सभी जिला स्तरीय आंगनबाडी केन्द्रों की अभियान चला कर जांच करें। पंजीरी व हाट कुक्ड के खाने के बारे भी पड़ताल करें। बच्चों को दोपहर 12 बजे बाद गर्म खाना प्रत्येक केन्द्रों पर मिलना चाहिए। जहां पर न बने उस केन्द्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सुपर वाइजर, सीडीपीओ के खिलाफ कार्रवाई के लिए जांच आख्या रिपोर्ट दें। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। ग्राम मधुकरपुर निवासी धु्रव नारायन सिंह ने चकमार्ग व नाली पर अवैध कब्जे की शिकायत किया। कहा कि विगत 5 वर्षो से दौड़ रहे हैं। जगदीशपुर खुर्द निवासी अपरबल ने कहा कि पकड़ी निवासी एक व्यक्ति डेढ़ मंडी जमीन को बेचने के लिए मुझसे रुपया ले लिया है। अब जमीन का बैनामा करने से मुकर रहा। पैसा मांगने पर जान-माल से मारने की धमकी भी दे रहा है। बर्डपुर न. 11 टोला के महापाली निवासी सुशील कुमार मिश्र ने कोटेदार की शिकायत किया। गबन के आरोप में मुकदमा दर्ज कराने की मांग किया है। इसी प्रकार पारा नानकार की सोहराती, किरन, मालती, इन्द्रवती, सुशीला आदि महिलाओं ने आरोप लगाया कि समाजवादी पेंशन के लिए आवेदन पत्र भरा था। सत्यापन करने पहुंचे डीएसओ ने प्रधान के घर बैठकर हम लोगों का नाम पात्र होने के बावजूद सूची से काट दिए हैं। लोटन के करमैनी के टोला चूरहिया निवासी अब्दुल सलाम ने आरोप लगाया कि बीएलओ पांच वर्ष से पहचान पत्र नहीं दे रहे। पहचान पत्र के नाम पर सुविधा शुल्क लेने के बाद दौड़ाने की शिकायत दर्ज करायी। इस दौरान राजस्व-18, विकास-10, पुलिस-8, शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग से एक-एक तथा 12 अन्य मामले पेश हुए। इसमें से सिर्फ राजस्व -5 व विकास-1 का त्वरित निदान हुआ। इस दौरान पुलिस अधीक्षक केके चौधरी, सीएमओ डा.वीके गुप्ता, डीडीसी आनंद स्वरुप, सीओ रचना मिश्रा, तहसीलदार राजेश श्रीवास्तव, सीओ वेद प्रकाश त्रिपाठी, डीडी कृषि डा. राजीव कुमार झा, कृषि अधिकारी एसएन चौधरी, पिछड़ा वर्ग संजय नाथ तिवारी, प्रोवेशन सतीश चन्द्र, अल्पसंख्यक आशुतोष पांडेय, विकलांग मीनू सिंह, डीपीआरओ बीडी पांडेय, डीपीओ अजय त्रिपाठी, डीआइओएस वृज भूषण मौर्य, अधिशासी अभियंता लोनिवि सीपी गुप्ता, जलनिगम आशुतोष सिंह, बीडीओ केडी गोस्वामी समेत तमाम जिला, तहसील व ब्लाक स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

शोहरतगढ़ संवाददाता के अनुसार सुरेन्द्र नाथ मिश्रा की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों से 36 मामले पेश हुआ। इसमें से मात्र 2 का ही मौके पर निपटारा हो सका है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.