उर्स के समापन में चढ़ा चादर
सिद्धार्थनगर : क्षेत्र के बरांव शरीफ स्थित प्रसिद्ध दारूल उलूम अहले सुन्नत फैजुल रसूल के प्रागंण
सिद्धार्थनगर : क्षेत्र के बरांव शरीफ स्थित प्रसिद्ध दारूल उलूम अहले सुन्नत फैजुल रसूल के प्रागंण में रविवार की रात 48वां वार्षिक उर्स संपन्न हुआ। यहां स्थित बाबा शुअैबुल औलिया मौलाना शाह यार अली अलैहीर्ररहर्मा के मजार पर दूर दराज से आयी हजारों की भीड़ के साथ पीरे सरीकत मौलाना गुलाम अब्दुल कारिद अल्वी ने चादर चढ़ाकर उर्स का समापन किया।
उर्स के मेले का शुभारंभ सुबह छह बजे मस्जिद में कुरआन ख्वानी से हुआ। इस दौरान दूर दराज से आये मुस्लिम व हिंदू समुदाय के सैकड़ों लोगों ने मजार पर हाजिरी बजाई और अपने लिए दुआ मांगी। बाद में विश्वविद्यालय दारूल हदीस के हाल में अबनाये फैजुल रसूल की एक बैठक का आयोजन किया गया। मोहम्मद गुलाम अब्दुल कादिर की अध्यक्षता में आहूत बैठक में संस्था के पुराने छात्रों द्वारा अंग्रेजी, अरबी व उर्दू भाषाओं में अपने अपने विचार रखे। इसमें मुस्लिम समाज के बुनियादी ढांचे पर चर्चा करते हुए लोगों ने कहा कि समुदाय के लोग बुराई छोड़ भलाई के कार्य को करने का संकल्प लें। सायं सात बजे से चादर का जुलूस बाबा के मृत्यु स्थान से निकलकर मजार तक पहुंचा। यहां पीरे सरीकत मौलना गुलाम अब्दुल कारिद अल्वी ने गागर चादर चढ़ा हर किसी के लिए दुआएं मांगी। रात्रि आठ बजे से जलसे का आयोजन हुआ जो सुबह चार बजे तक चला। इसी दौरान फाजिल के 25, हाफिज के 16 एवं कारी के 13 छात्रों को जुब्बा, दस्तार व सनद से नवाजा गया। विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, पूर्व सांसद मोहम्मद मुकीम व सांसद पुत्र अभिषेक पाल भी मजार पर माथा टेक दुआ मांगी। पीरेसरीकत के पुत्र मौलाना आशिफ अल्वी अजहरी की देखरेख में संपन्न कार्यक्रम में इंदौरा निवासी मोहम्मद अनवार अहमद, विहार से इमाम बक्स, दिल्ली से मुस्ती अनवार अहमद, सुल्तानपुर से मुस्ती अब्बुतालिव, आजमगढ़ से मुस्लिम विद्वान मुमताज अहमद की उपस्थित प्रमुख रही।