ऐसा मनाएं पर्व, शुद्ध रहे पर्यावरण
सिद्धार्थनगर : दीपावली पर ध्वनि व वायु प्रदूषण से कराह रहे पर्यावरण को इस बार और नुकसान न पहुंचे इस
सिद्धार्थनगर : दीपावली पर ध्वनि व वायु प्रदूषण से कराह रहे पर्यावरण को इस बार और नुकसान न पहुंचे इसके लिए हम सभी को संकल्पित होना पड़ेगा। पर्व ऐसा मनाएं जिससे पर्यावरण की शुद्धता बनी रहे। हमें खुद ही नहीं बल्कि आसपास के लोगों को भी जागरूक कर एक अच्छे नागरिक का कर्तव्य पूरा करना चाहिए।
अष्टभुजा पाण्डेय,
राष्ट्रपति पुरस्कृत शिक्षक
प्रदूषण मुक्त रहने का दिया जाए संदेश
दीपावली खुशियों का पर्व है। घरों को रोशन रखने के साथ मिठाई बांटी जाती है। त्योहार में पटाखे की परंपरा अब विकट स्थिति ले रही है। जाने-अनजाने में हम सभी पर्यावरण के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं, जो कहीं न कहीं धरती व मानव जीवन दोनों के लिए खतरनाक है। सभी जनप्रतिनिधियों एवं जागरूक नागरिकों को इस दीपावली को प्रदूषण मुक्त रखने का संदेश पूरे समाज को देना चाहिए, यदि ऐसा करने में सफलता मिल गई तो समझो इस पर्व पर हम एक अच्छे नागरिक की जिम्मेदारी का निर्वाहन कर दिया।
राकेश पाण्डेय,
प्रधान
ध्वनि प्रदूषण रोकने का हो प्रयास
पटाखों में क्षण भर में लाखों रुपए खर्च हो जाते हैं। दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है और पर्यावरण सुरक्षा को भी खतरा बढ़ता है। पटाखा जलाने से यदि परहेज कर दिया जाए तो ध्वनि प्रदूषण तो रुकेगा ही फालतू में रुपये भी खर्च होने से बच जाएंगे। इस दीपावली पर हम सभी को स्वयं अपने पड़ोसियों को पटाखा फाड़ने से रोकने तथा इससे होने वाले नुकसान के प्रति अवगत कराना होगा।
बलराम मिश्रा,
पूर्व ब्लाक प्रमुख
स्वच्छता के साथ रोशनी को दें बढ़ावा
दीपावली पर्व पर सभी नागरिकों को स्वच्छता के मद्देनजर गंदगी दूर करने तथा अपने-अपने घरों को दीपों से रोशन करने का संकल्प लेना चाहिए। गंदगी व प्रदूषण से मुक्ति में ही स्वस्थ्य व स्वच्छ समाज की कल्पना साकार होगी। पर्यावरण की सुरक्षा हमारी भी जिम्मेदारी है। आइए इस पर्व पर हम सभी एक जिम्मेदार नागरिक होने की मिसाल कायम करें।
देवेंद्र मणि त्रिपाठी,
शिक्षक