विद्यालय में भरा पानी, खतरे में जान
सिद्धार्थनगर :
तीन दिनों की वर्षा से शाहपुर स्थित कस्तूरबा व कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय की हालत दयनीय हो चुकी है। प्रांगण में पानी इस तरह भर गया है कि आसानी से कोई अंदर नहीं जा सकता। स्थिति विकट होने के कारण जूनियर विद्यालय के छात्र-छात्राओं को प्राथमिक विद्यालय के उधार कमरे में शिक्षा ग्रहण कराई जा रही है, जबकि कस्तूरबा स्कूल की मजबूरी है कि पानी भरे रहने के बाद भी सबकुछ व्यवस्था अंदर ही चलानी पड़ती है।
शुक्रवार की रात से शुरू हुई बारिश के चलते उक्त दोनों विद्यालयों के प्रांगण में पानी भर गया है, चूंकि सड़क ऊंची है स्कूली परिसर नीचा, इसलिए कभी भी थोड़ी वर्षा होती है तो यहां भारी जल भराव की स्थिति बन जाती है। तीन दिनों की बारिश ने कस्तूरबा विद्यालय के स्टाफ एवं छात्राओं को जैसे अंदर ही कैद सा कर दिया हो, वहीं कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय के स्टाफ द्वारा बगल में थोड़ी दूरी पर स्थित प्राथमिक विद्यालय के कमरे में अपने बच्चों को शिफ्ट कर शिक्षा ग्रहण कराई जाती है। स्थिति विकट बनी रही, और जिम्मेदार अनजान बने रहे। सोमवार की सुबह प्रांगण पूरा तालाब जैसा नजर आने लगा। मजबूरी में कस्तूरबा विद्यालय प्रशासन ने इंजन लगवा कर पानी निकासी का प्रयास शुरू किया। कस्तूरबा का प्रयास देख नपा प्रशासन आगे आया और कस्तूरबा द्वारा चलाया जा रहा इंजन बंद कराकर अपनी व्यवस्था से पानी निकासी की जा रही है।
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पंपसेट से निकाला जा रहा पानी
कस्तूरबा विद्यालय चारों ओर से पानी से घिरा है, जिससे अक्सर सांप स्कूल के अंदर चले आते है, जिससे स्टाफ सहित छात्राओं की जान पर खतरा बना रहता है। जल भराव से निजात के लिए सोमवार को स्वयं पम्प सेट से पानी निकलवाने की व्यवस्था की गई, लेकिन 12 बजे नपा ने स्वयं पानी की निकासी के लिए पंपसेट लगवाया।
उमा शुक्ला वार्डेन
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ढहने के कगार पर कन्या जूनियर विद्यालय
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भनवापुर विकास खंड अन्तर्गत नगर पंचायत के कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय की स्थिति बड़ी खस्ता है। बरसात क्या आम दिनों में जर्जर भवन खतरे की घंटी बजाता है। बरसात में स्कूल के तीनों कमरे टपकने लगते हैं। प्रांगण में पानी भरा रहता है और पानी टपकने से कमरों की स्थिति भी खराब रहती है, ऐसी स्थिति में छात्र-छात्राओं की शिक्षण व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित रहती है। यही नहीं विद्यालय का शौचालय काफी दिनों ध्वस्त हैं, ऐसे में विद्यालय स्टाफ समेत छात्र-छात्राओं को शौच के लिए बड़ी दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है। इंचार्ज प्रधानाध्यापक श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव का कहना है कि विद्यालय ढहने के कगार पर है, शौचालय भी ध्वस्त है, इसकी सूचना वह अपने स्तर से उच्चधिकारियों को दे चुकी हैं।
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भवन की स्थिति व शौचालय की समस्या संज्ञान में हैं। समस्या निस्तारण के लिए ऊपर लिखा-पढ़ी की जा रही है।
हरि गोविंद सिंह,
बीईओ - भनवापुर
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कस्तूरबा व जूनियर विद्यालय शाहपुर में पानी भरे रहने की समस्या आज ही पता चली है। दोपहर में ही जल निकासी के लिए पंपिंग सेट लगा दिया गया है। वैसे इसके लिए स्थायी समाधान की भी योजना बनाई जा रही है।
श्रीमती बीना देवी,
अध्यक्ष - नगर पंचायत, डुमरियागंज