जागरुकता से संक्रामक बीमारी से बचाव संभव
सिद्धार्थनगर : शुद्ध पेयजल, मच्छर से बचने के लिये मच्छरदानी का प्रयोग, अपने घर की प्रति दिन साफ सफाई व कीटनाशक दवाओं का छिड़काव जरूर करना चाहिए तभी संक्रामक बीमारी से बचा जा सकता है। इन सबके लिये जागरुकता की आवश्यकता है।
उक्त बातें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक डा. बीके वैद्य ने कही। रविवार को पत्रकारों से मुखातिब वैद्य ने कहा कि सरकार की मंशा है कि इसके बचाव के लिये लोगों को आगे आना चाहिए। जब तक समाज का बुद्धजीवी वर्ग आगे नहीं आयेगा तब अशिक्षित वर्ग नहीं समझ सकता है। उन्होंने कहा कि गर्मी में दिमागी बुखार का टीका समय जरूर लगवाएं। सूअर को आबादी से दूर रखा जाये। गहरे बोर का ही पानी पिये अगर ऐसी व्यवस्था न हो तो पानी को गरम लें और उसे ठंड कर ही पूरा परिवार पिये। पक्के एवं सुरक्षित शौचालय का ही प्रयोग करें। शौच के बाद साबुन से हाथ साफ करें। दिमागी बुखार हो तो उसे दायें या बाएं करवट ही लिटाए यदि तेज बुखार हो जाये तो पानी से पट्टी उतारे व पूरा शरीर पानी से धुलें। बेहोशी व झटके की स्थिति में मरीज के मुंह में कुछ न डाले। अंत में उन्होंने कहा कि झोला छाप डाक्टरों से दवा न करायें। किसी प्रकार की बीमारी हो तो सीधे स्वास्थ्य केन्द्र लायें यहां तुरंत इलाज किया जायेगा।