अफसर व मदरसा शिक्षक के बीच विवाद का पटाक्षेप
सिद्धार्थनगर : जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी व मदरसा दारूल उलूम सिसहनियां अलीदापुर के शिक्षक के बीच हुए विवाद का पटाक्षेप हो गया। जिलाधिकारी को सौंपे पत्र में शिक्षक ने गलतफहमी में आरोप-प्रत्यारोप की बात कहते हुए माफीनामा प्रस्तुत किया।
मदरसा दारूल उलूम सिसहनियां अलीदापुर के सहायक अध्यापक आलिया मौलाना गयासुद्दीन ने जिलाधिकारी को लिखित रूप से सौंपे माफीनामा में अवगत कराया है कि जीपीएफ लोन के लिए आवेदन किया था, जो निदेशालय से स्वीकृत हुआ। इस प्रकरण को लेकर कुछ गलतफहमी हो गई थी और मेरे द्वारा दिए गए बयान को तोड़-मरोड़ कर धार्मिक रंग दे दिया था। इससे बहुत दुखी हूं। इस घटना से किसी की भावना आहत के साथ ही जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को मेरे जान पहचान का कोई बात हुई हो तो क्षमा चाहता हूं। गयासुद्दीन ने भविष्य में कोई आचरण नहीं किया जाएगा।
बता दें कि जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने 24 अगस्त को मदरसा दारूल उलूम सिसहनियां अलीदापुर का निरीक्षण किया जहां सहायक अध्यापक आलिया मौलाना गयासुद्दीन की शिथिलता उजागर हुई थी और उन्होंने कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था। इसके बाद गयासुद्दीन ने एक बयान में अफसर पर जीपीएफ भुगतान में सुविधा शुल्क न मिलने के एवज में निरीक्षण करने का आरोप लगाया। इसके बाद अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को फोन से धमकी मिली थी। दोनों पक्षों ने एसपी को पत्र देकर जानमाल की गुहार लगाई थी। इस मामले में प्रबंधक, प्रधानाचार्य समेत आल इंडिया टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया ने भी अफसर का बचाव किया था।