सरकारी विभाग से प्राइवेट सामानों की चोरी
सिद्धार्थनगर : चोरों ने मंगलवार की रात एआरटीओ कार्यालय को निशाना बनाया और वहां इनवर्टर, बैट्री, थंब डिवाइस, डिजिटल पेन, सीपीयू समेत प्राइवेट सामानों पर हाथ साफ किया और फरार हो गए। चोरों ने कार्यालय के न सरकारी कंप्यूटर छूएं हैं और न ही अभिलेख। उन्होंने सिर्फ वहीं का ताला तोड़ा है, जहां प्राइवेट सामान रखा था। फिलहाल पुलिस मौखिक सूचना के आधार पर मामले के छानबीन में जुटी है।
बुधवार सुबह एआरटीओ कार्यालय परिसर का ताला टूटा देख कर्मचारी सन्न रह गए। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पता चला कि चोरों ने मुख्य गेट पर लगे दो ताले तोड़ दिए। इसके अलावा दो अन्य कमरों के ताले तोड़े गए। इसमें एक कक्ष में एमटेक इनवालेशन द्वारा कर्मचारी नियुक्त किये गए हैं। ठेके पर यह कंपनी लाइसेंस बनाने का कार्य करती है। यहां से चोरों ने इनर्वटर, बैट्री, थंब डिवाइस, डिजिटल पेन आदि चोरी किया। इसके अलावा एक कमरे का ताला तोड़कर लिपिक राजवर्धन सिंह का निजी सीपीयू व लेजर प्रिंटर चोर उठा ले गए। इसके अलावा अन्य किसी सामग्री को चोरों ने छुआ तक नहीं। ताला भी वहीं का तोड़ा गया, जहां निजी सामान रखे गए थे। फिलहाल मामला बेहद संदिग्ध है। घटना की जानकारी पाकर सदर थानाध्यक्ष शिवाकांत मिश्रा हमराहियों के साथ मौके पर पहुंचे और मामले के छानबीन में जुट गए। उन्होंने कहा कि मामले की तहरीर मिलेगी मुकदमा भी दर्ज होगा।
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ये हैं चौकाने वाले बिन्दु
घटनास्थल से कुछ चौकाने वाले तथ्य भी मिले हैं। पुलिस इन्हें ध्यान में रखकर मंथन भी कर रही है। यह बिन्दु निम्न हैं-
1- सोमवार को कार्यालय के कर्मचारी से हुई थी एक व्यक्ति की झड़प
2- तीन चौकीदारों के बावजूद रात में नहीं होती थी कार्यालय की निगरानी
3- सिर्फ लिपिक राजवर्धन ही कार्यालय में प्रयोग करते थे निजी कंप्यूटर
हालांकि लिपिक राजवर्धन का कहना है कि उनके ऊपर काम का विशेष दबाव था। इसलिए उन्होंने निजी कंप्यूटर के लिए एआरटीओ से मौखिक अनुमति ले रखी थी। उन्होंने बताया कि प्रवर्तन का कार्य देखते थे। यात्रा टैक्स जमा होने के नाते उनके पास अभिलेखीय कार्य अधिक था। उन्होंने यह भी कहा है कि टैक्स माफ करवाने को लेकर बाहरी लोग उन पर दबाव बनाते थे। ऐसे में उनकी अक्सर झड़प भी होती थी। संभव है किसी ने रंजिशन इसे अंजाम दिया हो।
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''घटना छोटी हो या बड़ी अथवा इसमें विभाग का कोई व्यक्ति मिला है, इसकी जांच होगी और संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई भी होगी। फिलहाल घटना का खुलासा जल्द होगा।''
केके चौधरी
पुलिस अधीक्षक, सिद्धार्थनगर।