सीबीएस एकांउट न होने से फंसा विधवा पेंशन
सिद्धार्थनगर
भारतीय स्टेट बैंक डुमरियागंज शाखा ने सीबीएस एकाउंट न होने से 56 विधवाओं के पेंशन की धनराशि 1 लाख 8 सौ रुपया विभाग को वापस लौटा दिया है। हालांकि तीन माह तक बैंक अपने खाते में यह धन रखा रहा। जांच पड़ताल के बाद बैंक ने इसकी सुधि ली।
बीते पन्द्रह जुलाई को तहसील दिवस में खुशबू, शाहजहां, मालती जवाहिर, मीना प्रकाश आदि ने शिकायत किया था कि उनका पेंशन नहीं मिल रहा है। जिलाधिकारी ने जब जांच करायी तो मामला सामने आया कि विभाग से 192 विधवाओं का 3 लाख 45 हजार 6 सौ रुपये का चेक 23 अप्रैल 2014 को बैंक पहुंचा। 15 जुलाई तक किसी ने खोज खबर नहीं ली। जांच शुरू होने के बाद बैंक ने कुछ विधवाओं के पेंशन बांट दिये, लेकिन 56 विधवाओं का पेंशन यह कहते हुए लौटा दिया कि इनके खाते गलत हैं। कोर बैंकिंग सेवा नहीं है। हालांकि इन्हीं एकाउंट नम्बर से बैंक पहले भुगतान करता रहा। इस मामले में जिला प्रोवेशन अधिकारी मीनू सिंह ने कहा कि बैंक की उदासीनता के कारण विधवाओं को समय से पेंशन नहीं मिल सका। जिलाधिकारी के निर्देश पर लीड बैंक प्रबंधक के माध्यम से संबंधित बैंक शाखा प्रबंधक से जवाब मांगा गया है। शाखा प्रबंधक शंभू नाथ पाण्डेय ने कहा कि कार्य के दबाव में समय से पेंशन का भुगतान नहीं हो पाया था। चुनाव का दौर होने के कारण बैंक पर बोझ अधिक था। कर्मचारी भी तो कम हैं। जहां तक कोर बैंकिंग सेवा खाता की बात है तो हर पासबुक पर नम्बर अंकित कर दिया गया है। खाता अपडेट करने का काम विभाग का है न कि बैंक का। जो काम विभाग को करना है, उसे बेवजह बैंक के माथे थोपा जा रहा है। इस मामले में जिलाधिकारी एसपी मिश्र ने कहा कि एकाउंट होल्डर को खुद अपना पासबुक अपडेट कराना होगा। विभाग को सही खाता नम्बर मिलने के बाद एकाउंट में पैसा भेज दिया जाएगा।