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खाद को तरसे खेत, कैसे भरेगा पेट?

By Edited By: Published: Thu, 24 Jul 2014 01:14 AM (IST)Updated: Thu, 24 Jul 2014 01:14 AM (IST)
खाद को तरसे खेत, कैसे भरेगा पेट?

सिद्धार्थनगर : अन्नदाता परेशान हैं। पानी की चिंता दूर हुई तो अब खाद से उनका चेहरा लटक आया है। खेत उर्वरक को तरस रहे हैं। ऐसे में खेतों बेहतर उपज कैसे होगी और बिना इसके पेट कैसे भरेगा, आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है।

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साधन सहकारी समितियों पर डीएपी व यूरिया खाद नहीं है। बारिश कम होने की आशंका से किसान 90 फीसद धान की रोपाई बिना खाद के कर चुके है। खेत को अभी भी खाद की जरूरत है, मगर समितियों कंगाल हैं। वहां छटाक भर खाद नहीं है। किसानों की समस्या कैसे दूर हो, यह अहम सवाल है। सहायक निबंधक ने समितियों को सक्रिय बताकर जिले के आइएफएफडीसी केन्द्रों पर खाद बिक्री के लिए ब्रेक लगवा दिया है। शासन की नजर में यहां 120 साधन सहकारी समिति सक्रिय है। 7 निष्क्रिय होने से बंद पड़ी है। पूर्व में 105 आइएफएफडीसी केन्द्रों पर यूरिया व डीएपी खाद की बिक्री होती थी। उस दौरान किसान अच्छे किस्म की खाद अपने गांवों के नजदीक से उठा लेते थे, तब संकट नहीं था। रवी सीजन से ही एआर सहकारिता ने बस्ती व गोरखपुर मंडल में समितियों को सक्रिय दिखा कर आइएफएफडीसी केन्द्रों पर खाद की बिक्री पर प्रतिबंध लगवा दिया। इसका परिणाम है कि निजी दुकानदार अधिक कीमत पर खाद की बिक्री कर रहे है। खरीफ फसल के शासन ने यूरिया का लक्ष्य 38 हजार एमटी व डीएपी का लक्ष्य 8800 एमटी, एनपीके का 4000,एमओपी का 1400 एमटी लक्ष्य निर्धारित कर रखा। इसके सापेक्ष यूरिया-20371 एमटी, डीएपी-7818, एनपीके-1585 एमटी खाद उपलब्धता करा पाया है। यूरिया का दाम बढ़ने की वजह से अधिकांश लोग उसकी बिक्री को रोक दिए हैं। इससे संकट और गहरा गया है। किसान सेवा केन्द्र तेतरी बाजार, साधन सहकारी समिति सिरवत, देवलहवा, बैरहिवा, महादेव घुरुहू, साधन सहकारी समिति बर्डपुर, अलीदापुर व शिवपति नगर, बनियाडीह आदि समितियों पर खाद उपलब्ध नहीं है। इससे किसान छटाक भर खाद के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं। कृषि प्रधान जनपद में खरीफ व रवी ही एक मात्र सहारा है। यहां के अधिकांश किसान वैज्ञानिक विधि से इतर होकर रोपाई के बाद 75 फीसद खेतों में खाद का प्रयोग करते है। जगदीशपुर राजा के प्रगतिशील कृषक संतू प्रसाद चौधरी, पलिया निधि निवासी गंगा मिश्र, धेंसा नानकार के अर्जुन यादव व देवेन्द्र नाथ त्रिपाठी महदेवा नानकार के बुद्धिसागर चौरसिया व पिपरा पांडेय के राजेश पाठक आदि किसानों ने समितियों पर डीएपी व यूरिया खाद तत्काल उपलब्ध कराने की मांग किया है।

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''समितियों पर यूरिया व डीएपी खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने के लिए एआर सहकारिता निर्देश दिया जा चुका है। समितियां पर खाद कमी की वास्तविक स्थिति पता करने के लिए निरीक्षण करुंगा। किसी भी हालत में यहां पर खाद संकट उत्पन्न नहीं होने पाएगा।''

एस.एन. चौधरी

जिला कृषि अधिकारी

सिद्धार्थनगर


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