मनबढ़ों ने फूंका गरीबों का घर
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर : जमीनी विवाद में मनबढों ने पड़ोसी का घर फूंक दिया। आग की चिंगारी ने दो अन्य रिहायशी घर को भी खाक कर दिया। घटना पथरा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बनगवा के टोला रकवारे की है। रविवार की दोपहर हुई इस घटना के बाद पुलिस ने घटना के आरोपी बाप-बेटे को हिरासत में ले लिया है। गांव में फोर्स तैनात कर दी गयी है।
आगजनी में निर्मला, बसंत और प्रताप नारायण का रिहायशी मकान खाक हो गया है। बताया जाता है कि एक दशक पूर्व से इनका बुधई के बीच जमीन पर कब्जे को लेकर तनातनी चल रही थी। यह मामला न्यायालय सहित थाना दिवस, तहसील दिवस आदि में भी कई बार पेश हो चुका था। इसके बाद भी कोई हल नही निकल रहा था। उधर, बुधई जो जमीन का बैनामा लिया है वह हर हाल में उसपर अपना कब्जा जमाने के फिराक में था। बकौल निर्मला आज उसने मौका देखते ही सभी के फूस के मकान में आग लगा दी जिससे खाली जमीन पर वह कब्जा जमा सके। मकान जलने लगा तो वह अपने दो बेटों समेत मौके से भाग निकला। ग्रामीणों के अथकप्रयास से आग पर तो काबू पा लिया गया पर तीनों के घरों का सबकुछ जल कर स्वाहा हो गया। इसमें निराश्रित निर्मला तो दाने-दाने को मोहताज हो गई है। सूचना पुलिस को हुई तो वह भी मौके पर पहुंच गई। समाचार लिखे जाने तक चार सिपाही गांव में तैनात थे। घर जलने से खुले आसमान के नीचे आ चुके प्रताप नारायण ने बताया कि हमारा मकान जिस जमीन पर बना है, वह संकटा प्रसाद तिवारी की जमीन थी। वही हम लोगों अपनी जमीन पर बसाये थे। वर्तमान में यह जमीन अभिलेख में आबादी दर्ज है। ऐसे में इसका बैनामा विपक्षी कैसे ले सकता है? उपनिरीक्षक रामेश्वर सिंह का कहना है कि घटना की सूचना मिलते ही मौके पर फोर्स की तैनाती कर दी गई है। इस मामले में पूछे जाने पर सीओ डुमरियागंज राम केवल सरोज ने कहा कि बुधई मनबढ़ किस्म का आदमी है। पहले वह जबरन कब्जा करने की कोशिश में था, बात नहीं बनी तो रिहायशी मकान में आग लगा दी। पुलिस ने बुधई और उसके एक बेटे को हिरासत में ले लिया है।