प्रधानाध्यापक कक्ष किचेन में तब्दील
सिद्धार्थनगर : विकास खण्ड खुनियांव के अन्तर्गत स्थित प्राथमिक विद्यालय गौरा समस्याओं के मकड़जाल में फंस गया है। स्कूल में गंदगी का बोलबाला है। हैंडपंप कई माह से खराब है। शुद्ध पेयजल के लिए बच्चों को तरस जाना पड़ता है।
यह विद्यालय लंबे अरसे से समस्याओं की गिरफ्त में है। मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था के लिए प्रधानाध्यापक कक्ष को ही भोजन कक्ष बना दिया गया है। अब सवाल यह है कि हेड मास्टर साहब बैठें कहां। जिस कमरे में कबाड़ का ढेर रखा जाता था, उसी के एक हिस्से में प्रधानाध्यापक के बैठने का स्थान बना दिया गया है। जिन कमरों में बच्चे पढ़ते हैं, वहां भी कुर्सी आदि का ढेर लगा र है। जैसे-तैसे ही बच्चे कमरे में बैठकर शिक्षा ग्रहण करते हैं। स्कूल में एक मात्र इण्डिया मार्का हैंडपंप खराब है। छात्रों, विद्यालय स्टाफ को स्वच्छ पानी के लिए परेशान तो होना ही पड़ता है। दोपहर के भोजन बनाने में भी तमाम दिक्कतें पैदा हो रही हैं। उक्त विद्यालय में मात्र तीन कमरा है, मगर उसमें एक भी ऐसा कमरा नहीं है जो गंदगी से अछूता हो। स्कूल के इंचार्ज प्रधानाध्यापक संजय का कहना है कि कमरे की कमी से तमाम समस्याएं बनी हुई हैं। जिसकी जानकारी उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है।
इस बारे में बीईओ खुनियांव पिंगल प्रसाद राना ने बताया कि वे चुनाव संबंधित में डयूटी में हैं, संकुल प्रभारी को मौके पर भेज कर पता कराते हैं, फिर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।