भत्ता को धक्का खा रहे बेरोजगार
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर : जिले के 1225 बेरोजगारों को एक वर्ष से भत्ता का इंतजार है। वित्तीय वर्ष का आखिरी माह मार्च बीत गया, फिर भी बजट नहीं आया। नतीजन पात्रों को लाभ नहीं मिल पाया । अब बेरोजगार आए दिन सेवा योजन कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, मगर एक ही जबाब मिल रहा है कि बजट आते ही खाते में धन पहुंच जाएगा।
सूबे में सपा की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री ने हाईस्कूल उत्तीर्ण बेरोजगारों को प्रति माह एक हजार रुपये भत्ता देने का फैसला किया। इसके बाद जून 2012 से 31 मार्च 2013 तक जमा करने वाले 6510 बेरोजगारों को भत्ता की धनराशि उनके खाते में जनवरी 2014 तक भेजी जा चुकी है। इसके बाद 31 अगस्त 2012 के पूर्व रजिस्ट्रेशन कराने वाले 1225 बेरोजगारों ने भत्ता पाने के लिए आवेदन कर रखा है। इनके लिए शासन स्तर से कोई बजट उपलब्ध न होने के कारण विभाग लाचार है , बेरोजगार भी निराश बैठे हुए हैं। निराशा उस समय और बढ़ गई जब बीते वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर भी बजट की उपलब्धता नहीं हो सकी।
मार्च 2013 से 31 जनवरी 2014 तक आवेदन करने वाले जिन बेरोजगारों को भत्ता के धनराशि का इंतजार है, उनमें पुरैना दलदला के राम किशुन, पलिया निधि के सत्येन्द्र कुमार मिश्र, उस्का क्षेत्र के करमा निवासिनी सीमा शुक्ला, हरैया नानकार के बद्री विशाल, हल्लौर के अब्दुल कादिर, अजगरा की मीरा देवी, कलनाखोर के पवन शुक्ला, धनोहरी शाहपुर की संजू देवी, महुलानी के राजेश प्रसाद उपाध्याय, अर्जी के अब्दुल कलाम, स्थानीय शहर के शिवाजीनगर के माधव नंद शुक्ल व किरन शुक्ला, महदेवा नानकार के चन्द्रशेखर त्रिपाठी, सिहोरियां के शशिकांत, बूढ़ी घोसियारी की शीला देवी, सेमरनार के अर्जुन प्रसाद जैसे अभ्यर्थियों को बेरोजगारी भत्ता की दरकार है। आए दिन जिला सेवा योजन कार्यालय का चक्कर लगाने वाले बेरोजगारों की जुबां पर सिर्फ एक ही बात भत्ता तो नहीं मिल रहा, पर धक्का जरूर खा रहे हैं।
इसमें कोई संदेह नहीं कि बेरोजगारों के लिए भत्ता देने का कदम सपा सरकार ने सराहनीय कदम उठाया, मगर अब आवेदन कर रखे बेरोजगारों के लिए धन का मुहैय्या न होना और लाभ न मिलने पर आमजन में एक चर्चा अवश्य है कि यदि भत्ता देने के लिए धन नहीं या फिर देना ही नहीं था तो आवेदन क्यों लिया गया। इसका जवाब फिलहाल स्थानीय स्तर पर किसी के पास नहीं है।
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''बेरोजगारी भत्ता का लाभ देने संबंधी अब तक प्राप्त शासनादेश, निर्देशों का पालन करते हुए जिले में 6510 बेरोजगारों को भत्ता की धनराशि उनके खाते में भेजी जा चुकी है। शेष आवेदकों को लाभ बजट के अभाव में नहीं मिल पा रहा है। इस दिशा में उच्च स्तर पर लगातार संपर्क किया जा रहा है। कोई निर्देश मिलने या धन मुहैय्या होते ही उनके खाते में धनराशि भेजने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।''
टी.पी. सिंह
जिला सेवा योजन अधिकारी
सिद्धार्थनगर