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दीपों की रोशनी में गुम हुई अमावस की रात

श्रावस्ती: प्रकाश पर्व पर बुद्ध की तपोभूमि दीपों से जगमगा उठी। रात को ऐसा लग रहा था मानो मंदाकिनी की

By Edited By: Published: Thu, 23 Oct 2014 09:51 PM (IST)Updated: Thu, 23 Oct 2014 09:51 PM (IST)
दीपों की रोशनी में गुम हुई अमावस की रात

श्रावस्ती: प्रकाश पर्व पर बुद्ध की तपोभूमि दीपों से जगमगा उठी। रात को ऐसा लग रहा था मानो मंदाकिनी की गोद से आकाश गंगा उतर आई हो और कामदगिरि में प्रकाश पुंज। जिधर देखो उधर दीपक लिए श्रद्धा का सैलाब नजर आ रहा था।

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संपन्नता, खुशहाली व दीपों का पर्व दीपावली गुरुवार को धूमधाम के साथ मनाया गया। रंग-बिरंगे झालरों से पूरा शहर जगमगा उठा। इस मौके पर विधि विधान से श्रीलक्ष्मी-गणेश की पूजा कर लोगों ने सुख और समृद्धि की मांग की। शाम ढलते ही छोटे-बड़े सभी इलाके जगमगाने लगे। बच्चों ने पटाखे छुड़ाए। देर रात तक अमावस की काली रात धमाकों से गूंजती रही। घर-घर दीप जले और माता लक्ष्मी और गणेश की पूजा की गई। जगमग झालरों के बीच लोगों ने एक दूसरे को शुभकामनाएं देकर खुशियां बांटी।

धनतेरस से शुरू हुई रोशनी का पर्व पूरे जिले में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। गुरुवार को पूरा जिला दिवाली की जश्न में डूबा रहा। पटाखे छोड़े गए। रंगोली बनाई गई। घर-घर में श्रीलक्ष्मी-गणेश की वेदमंत्रों के साथ देर रात तक पूजन-अर्चन का कार्यक्रम चलता रहा। दीप पर्व की जगमग में मिठाइयों और पकवानों का भी खूब दौर चला। गांव से लेकर शहर तक रोशनी में घर-मकान नहाए रहे। देर रात तक माहौल गोलों व फुलझड़ियों की आवाज से गूंजता रहा। सप्तरंगी पटाखे आसमान में अपनी छटा बिखेरते रहे। भिनगा के अलावा इकौना, गिलौला, सिरसिया, जमुनहा, भंगहा, लक्ष्मननगर समेत पूरे जिले में देर रात तक लोगों की भीड़ फूट रहे रंग-बिरंगे पटाखों का आनंद लेती रही। घर और दुकान दीपों व झालरों से जगमगा रहे थे। बौद्ध एवं जैन धर्मस्थली श्रावस्ती में भी मठ-मंदिर सजाए गए थे।

कांद की खूब हुई बिक्री : दीपावली के दिन जिमीकंद(कांद) की सब्जी का विशेष महत्व होना बताया जाता है। इसलिए बाजारों में जिमीकंद की जमकर खरीददारी हुई। बाजार में कांद 30 से लेकर 35 रुपये किलो तक बिके। बताया जाता है कि दीपावली के दिन कांद की सब्जी खाने से यम के द्वार जाने से मुक्ति मिलती है।

तांत्रिकों ने जगाए मंत्र : तांत्रिक विद्या के जानकारों को दिवाली का इंतजार रहता है। गुरुवार को शाम होते ही तांत्रिक तंत्र विद्या जगाने के लिए दीपों को जलाकर बैठ गए। देर रात तक दियों के सामने तंत्र-मंत्र की विद्या जगाते रहे। मान्यता है कि तंत्र विद्या के जानकारों के लिए दीप पर्व का विशेष महत्व होता है।

महंगाई पर भारी रही दिवाली : महंगाई पर दिवाली का जश्न भारी दिखा। धूम-धड़ाके से लेकर मिठाई, कपड़ों, सराफा व खील बताशों की दुकानों पर देर रात तक खरीददारी भी होती रही। पटाखे दगते रहे। श्रीलक्ष्मी व गणेश की पूजा होती रही और इसके बीच खरीददारी भी चलती रही। जगमग रोशनी चारो ओर प्रकाश ही प्रकाश फैला रहा। लोगों ने हाथ खोल कर दिवाली का जश्न मनाया।

चौकस रही सुरक्षा व्यवस्था: दीपावली त्यौहार पर जिले की सुरक्षा व्यवस्था भी चाकचौबंद रही। भिनगा व इकौना नगर में ग्राहकों के भीड़ के बीच चप्पे-चप्पे पर पुलिस व पीएसी के जवान मुस्तैद रहे। एसपी सालिकराम वर्मा भिनगा नगर में सुरक्षा की स्थिति का जायजा लेते रहे। एसपी वर्मा ने बताया कि जमघट के बीच चोरी की घटनाओं को रोकने तथा जुआरियों पर नकेल कसने के लिए जगह-जगह पुलिस व पीएसी के जवान मुस्तैद किए गए हैं। भैया दूज तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे।


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