पुलिस हिरासत से अभियुक्त को छुड़ाया, 10 आरोपी गिरफ्तार
श्रावस्ती : गुरुवार की देर शाम पुलिस हिरासत से जबरिया अभियुक्त को छुड़ाकर भगा देने के आरोप में 10 लोग
श्रावस्ती : गुरुवार की देर शाम पुलिस हिरासत से जबरिया अभियुक्त को छुड़ाकर भगा देने के आरोप में 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि गैंगेस्टर के अभियुक्त समेत पांच लोग फरार हैं, जिनके नेपाल भागने की आशंका है। पुलिस अधीक्षक विजय ढुल ने बताया कि अभियुक्तों की तलाश में तीन टीमें गठित की गई है। उनका कहना है कि अभियुक्त को जल्द तलाश लिया जाएगा।
सिरसिया थाना क्षेत्र के सिरसिया ग्राम पंचायत निरालानगर मुहल्ला निवासी वनमाफिया मोइनुद्दीन उर्फ दद्दन खां को पुलिस गैंगेस्टर के मामले में गिरफ्तार कर सायं साढ़े छह बजे थाने लेकर आई। जब तक पुलिस उसे पूछताछ के बाद लॉकप के हवाले करती तब तक सौ-सवा सौ लोगों ने थाने को घेर लिया। इस बीच अंधेरा घिर चुका था और पुलिस की सुस्ती का फायदा उठाकर दद्दन खां को भीड़ ने छुड़ा लिया। भीड़ की अगुवाई अलीमुद्दीन उर्फ मुद्दी कर रहा था। पहले तो पुलिस ने मामले को दबाने की कोशिश की, लेकिन मामला खुल जाने के कारण उच्चाधिकारियों को अवगत कराना पड़ा। घटना की जानकारी पाकर एसपी मौके पर रवाना हो गए। इसके बाद जिले की पूरी फोर्स क्षेत्राधिकारी वीर सिंह की अगुवाई में सिरसिया पहुंच गई। एसपी का सख्त रुख देखकर पुलिस हिरासत से अभियुक्त को छुड़ाने का मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू हुई। शुक्रवार की सुबह तक 10 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया। इनके खिलाफ धोखाधड़ी, सरकारी काम में बाधा आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना को लेकर दबाव में आई पुलिस अभियुक्तों के नाम बताने से कतरा रही है। थानाध्यक्ष बृजेश कुंवर यादव का फोन स्विच ऑफ था, जबकि मौके पर जमे सीओ वीर सिंह अभियुक्तों के नाम बता पाने में असमर्थता जताई।
डीएम भी पहुंचे थाने
घटना की बाबत जानकारी लेने के लिए जिलाधिकारी दीपक मीणा थाने पहुंचे। उनके साथ एसपी भी थे। उन्होंने कानून व्यवस्था को खुली चुनौती देने वाली इस घटना में दोषियों पर अब तक की प्रगति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने इस मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
लापरवाही ने कराई पुलिस की किरकिरी
अभियुक्त की समाज में प्रभावी पैठ होने के बावजूद पुलिस ने लापरवाही बरती, जिससे उसे किरकरी का सामना करना पड़ रहा है। जानकारों की मानें तो थानाध्यक्ष बृजेश कुंवर यादव अभियुक्त को भीड़ के बीच समझाने के लिए लाए थे, जिसका फायदा उठाकर वह भाग निकला। अब उसकी तलाश में पूरे पुलिस महकमे को पापड़ बेलने पड़ रहे हैं।