इकौना तहसील में भाकियू का धरना
इकौना (श्रावस्ती): इकौना ब्लॉक की दो न्याय पंचायतों को नवसृजित ब्लॉक लक्ष्मनपुर बाजार में मिलाने का
इकौना (श्रावस्ती): इकौना ब्लॉक की दो न्याय पंचायतों को नवसृजित ब्लॉक लक्ष्मनपुर बाजार में मिलाने का विरोध तेज हो गया है। इस मामले को लेकर दोआब क्षेत्र की जनता व भाकियू ने गुरुवार को इकौना में प्रदर्शन कर तहसील में धरना दिया।
मौके पर मुख्यमंत्री को संबोधित 12 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम सत्य प्रकाश वर्मा को सौंपकर दो न्याय पंचायतों को इकौना में रखे जाने की मांग की गई। धरने को संबोधित करते हुए भाकियू जिलाध्यक्ष विनोद शुक्ल ने कहा कि जिला प्रशासन ने बगैर संबंधित क्षेत्र की जनता से आपत्ति लिए इकौना ब्लॉक के सेमरी व मनोहरापुर दो न्याय पंचायतों को नवसृजित ब्लॉक लक्ष्मनपुर बाजार में जोड़ दिया गया है। इससे इन न्याय पंचायतों के अधिकांश गांवों की जनता को चार से छह किमी के स्थान पर लगभग 10 से 20 किमी का चक्कर लगाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इन गांवों का थाना, ब्लॉक व तहसील एक ही स्थान पर होने के कारण लोगों को एक बार इकौना आने से सभी कार्यालयों का काम हो जाता था। अब अलग-अलग कामों के लिए अलग-अलग स्थानों का चक्कर लगाना पड़ेगा। भाकियू नेता ने कहा कि यदि लक्ष्मनपुर ब्लॉक का गठन जरूरी हो तो उसमें ब्लॉक मुख्यालय से मात्र छह किमी की दूरी वाले सिरसिया ब्लॉक के दुर्गापुर न्याय पंचायत व सात किमी दूरी वाले हरिहरपुररानी के बैरागीजोत को नवगठित ब्लॉक लक्ष्मनपुर में मिलाकर ब्लॉक गठित किया जाए। उन्होंने कहा कि गिलौला ब्लॉक का नीबाभारी न्याय पंचायत की ब्लॉक गिलौला मुख्यालय से दूरी 25 किमी है, जबकि नीबाभारी से हरिहरपुररानी ब्लॉक मुख्यालय भंगहा की दूरी मात्र दो से तीन किमी है। इसलिए नीबाभारी न्याय पंचायत को हरिहरपुररानी ब्लॉक में शामिल किया जाए। इसी प्रकार गिलौला थाना क्षेत्र के बीच के गांव कल्यानपुर भवगवानपुर, जिसे इकौना थाने में मिलाया गया है को गिलौला थाने में मिलाया जाए। उन्होंने श्रावस्ती जिले के सभी थानों, ब्लॉकों व तहसीलों का परिसीमन कराने व बहराइच जिले के विशेश्वरगंज ब्लॉक के न्याय पंचायत बालापुर को श्रावस्ती जिले के इकौना ब्लॉक में मिलाने की मांग की गई है। इस मौके पर भाकियू के पूर्व जिलाध्यक्ष उमाशंकर मिश्र, हनुमंतलाल पांडेय, संतोष गोस्वामी, अनुपम पांडेय, रौनकअली, अनूप तिवारी, कमला प्रसाद वर्मा, सत्यनरायन शुक्ल, सांवली प्रसाद, तिलकराम पासवान, किशोरीलाल, रामगोपाल शुक्ल आदि मौजूद रहे।