बाईपास बने तो मिले जाम से निजात
श्रावस्ती : बौद्ध परिपथ पर स्थित गिलौला कस्बे को जाम से निजात दिलाने के लिए बाईपास की आवश्यकता है। ब
श्रावस्ती : बौद्ध परिपथ पर स्थित गिलौला कस्बे को जाम से निजात दिलाने के लिए बाईपास की आवश्यकता है। बाजार के बीच से होकर निकली मुख्य सड़क कारोबारियों के लिए मुसीबत बनी है। चुनाव के समय बाईपास की मांग पूरा करना प्रत्याशियों के प्रमुख वादे रहे हैं, लेकिन इसके पूरा न होने से लोगों में खासी नाराजगी है।
बौद्ध परिपथ राष्ट्रीय राजमार्ग के नाम से जाना जाता है। गिलौला कस्बा हाईवे पर दो किमी की परिधि में बसा हुआ है। अतिक्रमण के चलते कस्बे की सड़कें सकरी हो चुकी हैं, जिसके कारण आए दिन जाम लगता है। कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। इस समस्या का हल न तो प्रशासन ही कर रहा है और न ही क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि। चुनाव की डुगडुगी बज चुकी है। पहलवान मैदान में है। एक बार फिर वादों का दौर जारी है। गिलौला में बाईपास का मुद्दा लोगों के जेहन में है। कस्बे में बाईपास कब बनेगा यह सवाल लोगों के मन में कौंध रहा है। गिलौला कस्बा निवासी कौशल गुप्त उर्फ राजू कहते हैं कि चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों के सामने बाईपास का मुद्दा प्रमुखता से उठेगा। उनका कहना है कि सभी लोग वादे करते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद भूल जाते हैं। कटार गांव निवासी सेवानिवृत्त ग्राम पंचायत अधिकारी राना प्रताप सिंह कहते हैं कि कस्बे में आए दिन जाम की स्थित बन जाती है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। बाईपास बन जाने से काफी सहूलियत मिलेगी। सुबिखा गांव के रामशोभित कहते हैं कि हाइवे पर स्थित होने के चलते गिलौला कस्बे में यातायात का काफी दबाव रहता है। बाईपास इस चुनाव में प्रमुख मुद्दा होगा। अब इस मामले पर सिर्फ आश्वासन से काम नहीं चलेगा। विजयपुर सिसावा गांव निवासी गंगाराम यादव का कहना है कि यदि कस्बे में बाईपास का निर्माण हो जाए तो लोगों को काफी आसानी होगी। आम आदमी की समस्या व सहूलियत से जुड़े इस चुनाव के बाद जनप्रतिनिधि भूल जाते हैं।