गैस कांड: अपशिष्ट का सफेद पदार्थ निकला टॉक्सिक पाउडर
शामली : मासूमों की ¨जदगी से खिलवाड़ में लापरवाही या फिर साजिश का पर्दाफाश करने की तैयार
शामली : मासूमों की ¨जदगी से खिलवाड़ में लापरवाही या फिर साजिश का पर्दाफाश करने की तैयारी हो चुकी है। गैस कांड में विभिन्न विभागों की जांच तेज हो चली है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम ने शुगर मिल के अपशिष्ट व सड़क पर बिखरे व्हाइट पाउडर समेत तीन नमूने लिए थे। इसमें सड़क के बाहर बिखरे पाउडर की रिपोर्ट नोएडा की एईएस केमिकल लैब ने भेजी है। जांच रिपोर्ट में यह टॉक्सिक पाउडर निकला है, जिससे आंखों की जलन, घुटन व मुंह कड़वा हो जाता है। यह पाउडर हानिकारक होता है।
बीते 10 अक्टूबर को शामली के सरस्वती विद्या मंदिर के पांच सौ बच्चे विषैली गैस की चपेट में आ गए थे। प्रकरण में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने मंडलायुक्त सहारनपुर को जांच के आदेश दिए थे। घटना के पहले दिन ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शुगर मिल के गैस प्लांट को सीज कर अपनी जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही श्रम विभाग के संयुक्त निदेशक अभिषेक सूर्यवंशी की अगुवाई में अलग से जांच चल रही है। सर्वप्रथम शुगर मिल से निकलने वाली गैस व मिल के रास्ते में अपशिष्ट पदार्थ का नमूना लेकर जांच शुरू हुई। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोएडा केमिकल लैब ने पदार्थ की जांच कर रिपोर्ट भेजी है। इसमें यह सफेद पदार्थ टॉक्सिक पाउडर बताया गया है। क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी विवेक राय के मुताबिक, पाउडर गंध रहित है, लेकिन इससे मुंह कड़वा हो जाता है। साथ ही, इसके संपर्क में आने से आंखों में जलन व सांस की घुटन की समस्या हो जाती है। अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, मिल, सफेद पदार्थ, अपशिष्ट के अलावा भी जांच का विस्तार हुआ है। अफसरों का दावा है। जांच निष्पक्ष तरीके से चल रही है, जो भी दोषी होगा कार्रवाई की जाएगी।
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कंपलीट जांच करेगी पर्दाफाश
मैली रोड पर अपशिष्ट पर सफेद रंग का पाउडर पड़ा मिला। लोगों का कहना है इस रास्ते से गुजरने के बाद मुंह कड़वा, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ, छाती भारीपन, हाथों में दर्द की शिकायत मिल रही थी। इस रोड से गुजरे बच्चों की हालत भी खराब हुई। टीम ने इसका सैंपल लिया था। जिसके बाद जांच रिपोर्ट में यह उजागर हो चुका है कि यह पाउडर भी हानिकारक है, लेकिन सवाल है कि यह सफेद पाउडर डाला किसने? हालांकि सभी ¨बदुओं व बाकी सैंपल रिपोर्ट मिलने के बाद ही प्रकरण का पर्दाफाश होगा।
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इनका कहना है..
''गैस कांड प्रकरण की जांच तेजी से चल रही है। संपूर्ण पहलुओं को शामिल कर जांच जारी है। सफेद पाउडर के नमूने की जांच रिपोर्ट मिल चुकी है। जांच रिपोर्ट में इसे टॉक्सिस पाउडर दर्शाया गया है। यह पाउडर नशा छुड़ाने व खाद्य पदार्थों में भी प्रयोग किया जाता है, लेकिन यह हानिकारक होता है। प्रत्येक स्तर पर जांच कंपलीट कर रिपोर्ट जल्द जमा की जाएगी।''
-विवेक राय, क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी।