Move to Jagran APP

जलालाबाद में एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स पस्त

जलालाबाद : जिले के कस्बा जलालाबाद में अवैध कब्जों की भरमार है। हजारों बीघा सरकारी, पशुचर, ग्राम समाज

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 May 2017 10:48 PM (IST)Updated: Tue, 23 May 2017 10:48 PM (IST)
जलालाबाद में एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स पस्त
जलालाबाद में एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स पस्त

जलालाबाद : जिले के कस्बा जलालाबाद में अवैध कब्जों की भरमार है। हजारों बीघा सरकारी, पशुचर, ग्राम समाज व अनगिनत पट्टाधारकों की भूमि पर अवैध कब्जे निरंतर चल रहे हैं। दर्जनों बार यहां भूमाफियाओं के खिलाफ अभियान चलाए गए, लेकिन अफसरों की हीलाहवाली, लेखपालों की से¨टग-गे¨टग और राजनीतिक हस्तक्षेप के बल पर अभियान बीच में ही दम तोड़ गए। हालांकि अफसरों का दावा है कि अवैध कब्जों को हर हाल में हटवाया जाएगा।

prime article banner

कस्बा जलालाबाद देहात के राजस्व अभिलेख में दर्ज हजारों बीघा सरकारी, पशुचर, नदी, तालाबों व पट्टाधारकों की भूमि पर अवैध कब्जाधारियों का कब्जा चल रहा है। माफिया बेखौफ होकर तालाबों व पशुचर की भूमि में खेती कर लाभ कमा रहे हैं। प्रदेश की योगी सरकार ने एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स का गठन कर कार्रवाई शुरू कर दी है। जिले में कई स्थानों पर इसके तहत अवैध कब्जे हटवाए जा रहे हैं, लेकिन जलालाबाद में अवैध कब्जों को हटवाने के लिए कोई पहल नहीं होती दिख रही है। जलालाबाद के भूमाफियाओं व अवैध कब्जाधारियों में खौफ नहीं दिख रहा है। हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि खेतों तक जाने वाली सरकारी चकरोड अवैध कब्जा कर दबंगों खेतों में मिला ली है। इसके चलते आए दिन संघर्ष की स्थिति बन रही है।

पशुचर पर बाग व तालाबों पर लहलहा रही फसलें

करीब दो दर्जन से अधिक तालाबों पर अवैध कब्जे चल रहे है। सैकड़ों बीघा भूमि पर दबंगों ने फसलें बो रखी हैं। जलालाबाद देहात के राजस्व अभिलेखों में दर्ज 300 बीघा सरकारी पशुचरान की भूमि पर अवैध कब्जाधारियों का कब्जा दशकों से चल रहा है। दिल्ली-सहारनपुर हाइवे, नागल उमरपुर, हसनपुर लुहारी मार्ग पर पशुचर की करोड़ों की कीमत की भूमि पर कब्जा चल रहा है। पशुचरान भूमि पर फसलें ही नहीं बल्कि भूमाफियाओं ने बाग लगा फल बेच रकम कमा रहे है। कस्बे में दर्जनों तालाबों पर खेती की जा रही है। इसके अलावा कृष्णा नदी की सैकड़ों बीघा भूमि पर पेड़ व फसल उगाकर नदी का वजूद मिटा डाला गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.