गन्ना भुगतान को लेकर गरजा रालोद
शामली : बकाया गन्ना भुगतान और बढ़ते अपराधों के खिलाफ रालोद ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर मोर्चा खोला। रालोद कार्यकर्ताओं ने बिजली, सड़क, पानी और नया पेराई सत्र आगामी अक्टूबर तक हर हाल में शुरू करने की मांग उठाई। कानून व्यवस्था, बिजली आपूर्ति, टूटीं सड़कों और गन्ना मूल्य को लेकर भी रालोद कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार को जमकर घेरा।
मंगलवार को कलक्ट्रेट परिसर में राष्ट्रीय लोकदल के तत्वावधान में धरना प्रदर्शन किया गया। किसानों ने पिछले सत्र का बकाया गन्ना भुगतान न होने पर सरकार को जमकर कोसा। धरने को संबोधित करते हुए पश्चिमी उप्र युवा रालोद अध्यक्ष अशरफ अली खान ने कहा कि किसानों का पिछले साल का भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है। इसके चलते किसानों को बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सूखे के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं और कुछ बर्बादी के कगार पर हैं। प्रदेश व जिले की कानून व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है। शामली जिले में व्यापारियों को लगातार रंगदारी की धमकियां मिल रही हैं। व्यापारी पलायन को मजबूर हो गए। पिछले एक पखवाड़े में हत्या, लूट, अपहरण और दुष्कर्म की घटनाओं से प्रदेश दहल उठा है, लेकिन प्रदेश सरकार चैन की नींद सो रही है। जिलाध्यक्ष सत्यवीर पंवार ने कहा कि बिजली, सड़क और पानी की किल्लत से किसान व आम आदमी परेशान है। टूटी सड़कों, बिजली कटौती व सिंचाई के लिए नहरों का पानी टेल तक नहीं पहुंचने से किसानों का बुरा हाल है। इस दौरान रालोद कार्यकर्ताओं ने 10 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम एनपी सिंह को सौंपा। धरना प्रदर्शन में चौ. बाबू सिंह, तिरस पाल मलिक, सुनील मलिक, सनोज चौधरी, राजेंद्र सिंह, रजनीश कोरी, योगेंद्र मलिक, राहुल सैनी, सचिन सरोहा, विकास धीमान, देशराज आदि शामिल रहे।