धूमधाम से मना गुरुनानक देव जी प्रकाशोत्सव पर्व
शाहजहांपुर : निर्मल पंथ के संस्थापक श्री गुरुनानक देव जी के 546 वें प्रकाशोत्सव समारोह नगर में धूमधा
शाहजहांपुर : निर्मल पंथ के संस्थापक श्री गुरुनानक देव जी के 546 वें प्रकाशोत्सव समारोह नगर में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान सिख समाज के सैकड़ों लोगों ने गुरुद्वारे में शबद कीर्तन कर आयोजित भंडारे में लंगर छका।
नगर के मुहल्ला बहादुरगंज स्थित गुरूद्वारे में आयोजित गुरूनानक देव जी के प्रकाशोत्सव पर्व पर विगत दिवस 29 वां अखंड पाठ आयोजित हुआ। इसमें भोग के बाद मंगलवार को देहरादून से आए गुरदीप सिंह ने कहा कि भारत को विदेशी आक्रांताओं से मुक्त कराने के लिये संत गुरुनानक देव जी ने प्रकट होकर समाज में आध्यात्मिक चेतना जागृति का जो कार्य किया वह वास्तव में अनुकरणीय है। हम सभी को उनके बताये मार्ग पर चलकर सामाजिक कुरीतियों के खात्मे का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने सतगुरू नानक प्रगटया, मिटी धुंध जग चानण होया, सबते बड़ा सतगुरू नानक, जिन कल राखि मेरी भजनों के माध्यम से संगत पर झूमने को मजबूर कर दिया। दीगेन्द्र सिंह दीप ने कीर्तन और कथा के माध्यम संगत को गुरू के चरणों से जोड़ा।
जसप्रीत सिंह कोमल ने समाज में बढ़ती नफरत को दूर करने का संदेश देते हुए कहा कि सुणि पुकार दातार प्रभ, गुरूनानक जग महा पठाया तथा इक बाबा अकालरूप, दूजा रवाबी मरदाना का कीर्तन किया। उन्होंने सभी से आपसी प्रेमभाव व मिल-जुलकर चलने का आहवान किया तथा गुरुवाणी के उद्बोधन के साथ शबद कीर्तन किया और संगत ने वाहे गुरू का खालसा-वाहे गुरू जी की फतह, जो बोले सो निहाल-संत श्री अकाल के जयघोष से वातावरण को गुंजायमान कर दिया। गुरू पर्व पर आयोजित भंडारे में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने लंगर छका व प्रसाद ग्रहण किया।
कार्यक्रम के आयोजन में अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह, हुकुम सिंह चावला, भीम सिंह, परवेन्द्र सिंह, समरजीत सिंह, जीवन्त सिंह, गुरजीत सिंह, कृपाल सिंह, महेन्द्र सिंह कपूर, अमरजीत सिंह, कुलदीप सिंह व रविन्द्र सिंह, शैलेन्द्र सिंह मन्टू का विशेष सहयोग रहा।