किसानों को पर्चियां न मिलने पर हटाए गए उप प्रबंधक ईडीपी
शाहजहांपुर : चीनी मिल के प्रबंध निदेशक डॉ. बीके यादव ने चीनी मिल का औचक निरीक्षण किया तथा अव्यवस्थाओ
शाहजहांपुर : चीनी मिल के प्रबंध निदेशक डॉ. बीके यादव ने चीनी मिल का औचक निरीक्षण किया तथा अव्यवस्थाओं पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये सुधार लाने की चेतावनी दी। गन्ना पर्चियां न मिलने से किसानों में मचने वाली त्राहि-त्राहि की गाज उप प्रबंधक ईडीपी पर गिर गई, जिसके चलते एमडी ने तत्काल प्रभाव से उनका स्थानांतरण करते हुये नये अधिकारी की तैनाती कर दी।
प्रबंध निदेशक डॉ. बीके यादव ने फैडरेशन के प्रधान प्रबंधक (क्रय) चेतन शर्मा तथा प्रधान प्रबंधक (कार्मिक) सुरेश यादव के साथ चीनी मिल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने गत वर्ष की अपेक्षा 0.5 कम रिकबरी पर नाराजगी व्यक्त करते हुये बढ़ोत्तरी के निर्देश दिये। उन्होंने किसानों के खेतों का गलत सर्वे करने वालों की सूची एक सप्ताह में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने चेताया कि गलत सर्वे करने वाले गन्ना पर्यवेक्षकों का स्थानांतरण करने के साथ ही उनके खिलाफ जांच के बाद दंडात्मक कार्रवाई अमल में लायी जायेगी। प्रबंध निदेशक ने गन्ना मूल्य का प्रति सप्ताह भुगतान सुनिश्चित किये जाने का फरमान जारी किया। इसके साथ ही गुणवत्ता के अनुरूप गन्ना प्राप्त न होने तथा हो रहे अधिक ब्रेक डाउन पर नाराजगी व्यक्त की। प्रबंध तंत्र की समस्या को देखते हुये उन्होंने पुवायां में तैनात गन्ना अधिकारी का स्थानांतरण करते हुये तिलहर चीनी मिल से सम्बद्ध कर दिया। इसके साथ ही गन्ना किसानों की पर्चियों में हेरा-फेरी में तमाम शिकायतों के ²ष्टिगत यहां पर तैनात उप प्रबंधक ईडीपी राजेश वाष्र्णेय का तत्काल प्रभाव से सेमीखेड़ा स्थानांतरण करते हुये वहां पर कार्यरत राकेश शर्मा उप प्रबंधक ईडीपी को तत्काल तिलहर चीनी मिल में ड्यूटी ज्वाइन करने का निर्देश दिया। बाहृय क्रय केंद्रों पर एचएचसी माध्यम से कम्प्यूटराइज्ड तौल न होने पर भी एमडी ने नाराजगी व्यक्त की तथा प्रधान प्रबंधक अतुल खन्ना को एक सप्ताह में सभी क्रय केंद्रों पर एचएचसी कम्प्यूटराइज्ड तकनीक के माध्यम से गन्ना क्रय किये जाने के कड़े निर्देश दिये।
उन्होंने बताया कि पूरे भारत में 536 संचालित चीनी मिलों के सापेक्ष केवल 11 चीनी मिलों में 11 प्रतिशत से अधिक रिकबरी आ रही है, जिसमें प्रदेश की छह चीनी
मिलों में से नजीबाबाद की एकमात्र सहकारी चीनी मिल 11.12 प्रतिशत की सर्वाधिक रिकबरी कर रही है। उन्होंने बताया कि 30 वर्षों से प्रदेश में चीनी मिलों में किसी भी कर्मचारी की नई भर्ती न होने से सर्वाधिक समस्या उत्पन्न हो रही थी, जिसके चलते मुख्यमंत्री के निर्देश पर उन्होंने 105 तकनीकी व 1000 अन्य कर्मचारियों की इस वर्ष भर्ती की है। तिलहर चीनी मिल में अर्ली प्रजाति के गन्ने की पैदावार छह प्रतिशत से बढ़कर 30 प्रतिशत होने पर संतोष व्यक्त करते हुये और अधिक बढ़ोत्तरी के निर्देश दिये। किसानों की समस्या को देखते हुये 10 शीटों के बने सुलभ शौचालय को पूरी तरह दुरूस्त कराने तथा रैन बसेरा के जीर्णोद्धार एवं वहां पर 20 कम्बल तथा दरी की व्यवस्था के लिए एक लाख रूपये की स्वीकृति तत्काल प्रभाव से प्रदान की। इस दौरान प्रधान प्रबंधक अतुल खन्ना, मुख्य अभियंता लक्षेश्वर राजू, विधायक
अनुज एवं मुख्य लेखाकार गोपाल ¨सह, मुख्य गन्ना अधिकारी रामशंकर, गन्ना लेखाकार राजेश रस्तोगी, एससीडीआई मूलचन्द्र, सीके दीक्षित, केशरी बाबू,
उमेन्द्रनाथ मिश्रा, रतनलाल सक्सेना, वीके वर्मा, अशोक कुमार आदि मौजूद रहे।
राख से जनता को मिलेगी निजात
अगले पेराई सत्र से चीनी मिल की चिमनियों से उड़ने वाली राख से तिलहर की जनता को पूरी तरह निजात मिल जायेगी, क्योंकि चीनी मिल में नया संयंत्र
लगाने के लिए प्रबंध निदेशक डॉ. बीके यादव ने 90 लाख रुपये से संयंत्र क्रय किये जाने की अनुमति प्रदान कर दी है। विदित रहे कि तिलहर चीनी मिल के पेराई सत्र
के दौरान मिल से उड़ने वाली काली राख से आम लोग परेशान हैं।