अब स्कूलों में सेवाएं देंगे सेना के अधिकारी
शाहजहांपुर : अब तक सेना सीमा पर प्रहरी और आपदा के समय देश की जनता को संकट से उबारने के लिए तैयार रहत
शाहजहांपुर : अब तक सेना सीमा पर प्रहरी और आपदा के समय देश की जनता को संकट से उबारने के लिए तैयार रहती थी, लेकिन अब नौनिहालों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में भी अहम भूमिका अदा करेगी। इसके लिए न्यायिक, प्रशासनिक, शिक्षकों की भी सहभागिता रहेगी। जो केंद्र सरकार से चयनित पांच विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार करेंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत विद्यांजली योजना प्रारंभ की गई है। इसके तहत जिले के पांच परिषदीय स्कूल चयनित किए गए हैं। इसमें उच्च प्राथमिक विद्यालय गुजहा कलां खुटार, उच्च प्राथमिक विद्यालय बरा ¨सधौली, उच्च प्राथमिक विद्यालय टिकरी ददरौल, उच्च प्राथमिक विद्यालय मिश्रीपुर भावलखेड़ा व उच्च प्राथमिक विद्यालय पड़ैचा कांट शामिल हैं। योजना के अनुसार इन विद्यालयों में शैक्षिक, व्यावहारिक, नैतिक आदि आमूल-चूल व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए निश्शुल्क स्वयंसेवक (वालंटियर्स) नियुक्त किए जाएंगे। इस पायलट योजना को युद्धस्तर पर हकीकत का रूप देने के लिए अवकाश प्राप्त सेना अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी, न्यायिक अधिकारी, शासकीय चिकित्सक, समाजसेवी, पीएचडी धारक, एवं प्रोफेसर्स को अधिकृत किया गया है। यह सभी अवकाश के बाद शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अपना निश्शुल्क योगदान देंगे।
सबसे खास बात यह है कि इस पायलट योजना में स्वयंसेवक देश के अलावा विदेशी भी हो सकता है। यह सभी स्वयंसेवक विद्यालयों में टीलएम (टी¨चग लर्निग मैथड) को दुरस्त करेंगे। इसके अतिरिक्त शैक्षिक गुणवत्ता में अभिवृद्धि की जाएगी। भारत सरकार का यह ड्रीम पायलट प्रोजेक्ट है। इसका माई गवर्नमेंट.इन एक पोर्टल बनाया गया है। इस पर सभी कार्यक्रम, योजना, निर्देश, गतिविधियां अपलोड की जाएंगी। इन सभी विद्यालयों को यूजर आइडी व पासवर्ड उपलब्ध करा दिए गए हैं। ताकि वह भारत सरकार से सीधे जुड़कर महत्वाकांक्षी मंशा को प्राथमिकता से भली-भांति पूरा कर सकें।