बावरिया गैंग की सदस्य निकलीं चैन स्नेचर युवतियां
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर : चेन स्ने¨चग के आरोप में पकड़ी गई दोनों युवतियां बावरिया गिरोह की सदस्य
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर : चेन स्ने¨चग के आरोप में पकड़ी गई दोनों युवतियां बावरिया गिरोह की सदस्य है। गिरोह की सरगना शहर के मुहल्ला गदियाना में किराए के मकान पर रहती है। गिरोह ट्रेन में चेन स्ने¨चग, पर्स चोरी की घटनाओं को अंजाम देते है। पुलिस ने इनके कब्जे से लूटा गया मंगलसूत्र बरामद किया है।
जीआरपी एसओ जयशंकर ¨सह ने बताया कि सोमवार की दोपहर एक बजकर 10 मिनट पर त्रिवेणी एक्सप्रेस प्लेटफार्म एक पर आकर रुकी। दीपक कुमार निवासी फैक्ट्री इस्टेट थाना सदर बाजार की बहन कुसुमलता ट्रेन से उतर रही थी। ट्रेन में भीड़ का फायदा उठाते हुए दो युवतियों ने उसके गले से सोने की चेन नोच ली और ट्रेन से उतरकर भागने लगी। महिला ने शोर मचाया तो यात्रियों ने दोनो युवतियों को पकड़ लिया। पकड़ी गई चेन स्ने¨चग की दोनों युवतियों को जीआरपी के सुपुर्द कर दिया। पकड़ी गई ममता पत्नी रमेश निवासी हरैया, थाना पुवायां तथा सोनवती पुत्री कृपाल निवासी हरैया थाना पुवायां है। दोनों मूल रूप से राजस्थान अलवर की रहने वाली है। पुलिस ने आरोपी युवतियों के कब्जे से लूटा गया मंगलसूत्र बरामद किया है। एसओ ने बताया कि पकड़ी गई युवतियां वावरिया गिरोह की सदस्य है।
अपराध करने का तरीका : गिरोह में नौ महिलाएं है, जो टोली बनाकर घटना को अंजाम देती है, एक टोली में तीन महिलाएं होती है और साथ में छोटे बच्चों को रखती है, जिससे किसी को शक न हो जाए। गिरोह ट्रेन, बस, मंदिर, मेले तथा भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर चेन स्ने¨चग व पर्स चोरी की घटनाओं को अंजाम देती है। एक बार घटना को अंजाम देने के बाद ये चोरी किया हुआ सामान एक से दूसरे व तीसरे को इस प्रकार गैंग शामिल बच्चे तक पहुंचा देती है। इस प्रकार चोरी किया सामान बरामद न होने पर आसानी से बच निकलती है। इनके परिवार के पुरूष बावरिया गिरोह की तरह लूट व डकैती की घटनाओं को अंजाम देते है। वर्तमान समय में इनके परिवार के सदस्य पुवायां के गांव हरैया में रहते है।