मध्याह्न भोजन योजना की प्रशासन करेगा निगरानी
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर : परिषदीय विद्यालयों में एमडीएम की रस्म अदायगी हो रही है। तो कुछ विद्याल
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर : परिषदीय विद्यालयों में एमडीएम की रस्म अदायगी हो रही है। तो कुछ विद्यालयों में दिन भर एमडीएम प्रभारी मध्याह्न भोजन के लिए बच्चों का इंतजार करते रहते हैं और बच्चे स्कूल की चाहरदीवारी से भी दूर रहना चाहते हैं। क्योंकि वह ग्रीष्मावकाश में बस मस्ती, खेलकूद में ही मगन रहना चाहते हैं। कुछ शिक्षक योजना को नाकामयाब साबित करने के लिए विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति शून्य दिखा देते हैं। दरअसल एमडीएम के वितरण के बजाय शिक्षक ग्रीष्मावकाश का आनंद लेना चाहते हैं। जो प्रशासन के निर्देश के चलते मजबूरीवश उन्हें संचालित करना पड़ रहा है। लेकिन, अब शिक्षकगण मध्यान्ह भोजन वितरण में आनाकानी अथवा लापरवाही नहीं दिखा पाएंगे। विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश दौरान बच्चों की कम उपस्थिति को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। जिला अधिकारी पुष्पा ¨सह ने मध्याह्न भोजन योजना से आच्छादित विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश में विद्यालयों का निरीक्षण करने के लिए जनपद स्तरीय तथा ब्लॉक स्तरीय टॉस्क टीम गठित कर दी है। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि ग्रीष्मावकाश के प्रत्येक माह कम-से-कम पांच विद्यालयों का निरीक्षण किया जाए। निरीक्षण आख्या कार्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जिस विद्यालय में मध्यान्ह भोजन बनता न पाया जाए तो उसका कारण भी निरीक्षण आख्या में अंकित किया जाएं।
इनकी भूमिका होगी महत्वपूर्ण : जिला स्तरीय टॉस्क फोर्स में मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला परियोजना अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, समस्त उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चयनित किये गए हैं।
टॉस्क फोर्स के नामित सदस्य : ब्लॉक स्तरीय टॉस्क फोर्स के नामित सदस्य समस्त उप जिलाधिकारी अपनी-अपनी तहसील में, समस्त खंड शिक्षा अधिकारी व खंड विकास अधिकारी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सहायक विकास अधिकारी पंचायत, समस्त नायब तहसीलदार, उप जिलाधिकारी द्वारा नामित अधिकारी, समस्त पूर्ति निरीक्षक अपने-अपने ब्लॉक व तहसील में निरीक्षण करेंगे।