परिषदीय विद्यालयों में बाल वैज्ञानिक करेंगे आविष्कार
तनुज मिश्र, शाहजहांपुर : मूलभूत संसाधनों को जूझ रहे परिषदीय विद्यालयों में बाल वैज्ञानिक की श्रृंखला
तनुज मिश्र, शाहजहांपुर : मूलभूत संसाधनों को जूझ रहे परिषदीय विद्यालयों में बाल वैज्ञानिक की श्रृंखला तैयार की जाएगी। इसके लिए केंद्रीय सरकार ने बा-कायदा संजीदा होकर निर्देश जारी कर दिए हैं। ताकि देश में विज्ञान प्रतिभाओं को समुचित अवसर प्राप्त हो सके। योजना के तहत राष्ट्रीय आविष्कार योजना के अंतर्गत परिषदीय विद्यालयों में विज्ञान क्लब गठित किया जाएगा। कक्षा छह से आठ तक विद्यार्थियों के अंदर छिपी वैज्ञानिक प्रतिभा को विकसित किया जाएगा। विज्ञान क्लब के प्रत्येक कक्षा में पांच-पांच ग्रुप बनाये जाएंगे।
शैक्षिक सत्र-2016-17 के जुलाई माह से परिषदीय विद्यालयों में प्रयोगशाला, विज्ञान उपकरण व बाल वैज्ञानिक दिखना आम बात होगी। राष्ट्रीय आविष्कार योजना के तहत गणित व विज्ञान के शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षित शिक्षक अपने निर्देशन में विज्ञान क्लब ग्रुप को विज्ञान के मॉडलों को तैयार करवाएंगे। इसके लिए बच्चों को गणित व विज्ञान की पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएंगी। बच्चों में विज्ञान व गणित विषयों के प्रति ललक उत्पन्न हो सके इसके लिए उन्हें प्रयोगशाला में उपकरण माध्यम से प्रयोग से परिचित कराया जाएगा। अवधि अंतराल पर ब्लाक व जिला स्तरीय विज्ञान व गणित की प्रतियोगिताएं आयोजित कराई जाएंगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि स्कूलों में विज्ञान क्लब के गठन का निरीक्षण भी कराया जाएगा। विज्ञान क्लब गठन का रजिस्टर बनाया जाएगा। रजिस्टर में क्लब के बाल वैज्ञानिकों का ब्योरा अंकित किया जाएगा। रजिस्टर में क्लब की प्रत्येक गतिविधि को लिपिबद्ध किया जाएगा। रजिस्टर में एक्टीविटी व प्रोजेक्ट का भी विवरण अंकित किया जाएगा। समय-समय पर बेसिक शिक्षा के अधिकारीगण विज्ञान क्लब की निगरानी करेंगे। उत्कृष्ट विज्ञान क्लब को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। सर्वश्रेष्ठ क्लब की सूचना राज्य स्तर पर प्रेषित की जाएगी।
- यह योजना परीक्षा की तैयारियों के क्रम में इस सत्र के शुरुआत में शुरू नहीं हो पाई। अब विद्यालय जुलाई माह में खुलने पर विज्ञान क्लब पर कार्य किया जाएगा। इसकी निगरानी के लिए नियमत: टीम भी गठित की जाएगी।
- राकेश कुमार, बीएसए।