फुटपाथ पर चलने की 'आजादी' नहीं
शाहजहांपुर : निरीक्षण भवन से अंटा चौराहा कचहरी मार्ग कहलाता है। इस मार्ग पर कचहरी, जजी परिसर, जिला क
शाहजहांपुर : निरीक्षण भवन से अंटा चौराहा कचहरी मार्ग कहलाता है। इस मार्ग पर कचहरी, जजी परिसर, जिला कारागार, बीएसए कार्यालय और स्कूल हैं। प्रशासन ने सड़क के दोनों तरफ फुटपाथ पैदल चलने वाले राहगीरों के लिए बनाए थे। कचहरी रोड के दोनों तरफ फुटपाथ नजर नहीं आते हैं। कचहरी रोड पर प्रशासन ने कई बार फुटपाथ से अतिक्रमण हटाया और दुकानदार कब्जा न कर सकें इसके लिए जंजीर की रे¨लग लगवायी। पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के निकट सड़क के किनारे फुटपाथ पर ठेले वालों ने कब्जा कर लिया है। आलू व पूड़ी आदि की दुकानें लगा रखी है। कचहरी रोड पर फुटपाथ पर दोनों तरफ लोग बाइक खड़ी कर देते है। पैदल चलने वालों को निकलना दूभर हो जाता है। सुदामा प्रसाद इंटर कॉलेज गेट के पास से खिरनी बाग तिराहा तक फुटपाथ पर दोनों तरफ खोखों वालों ने कब्जा कर लिया है, जिससे पैदल चलने वाले राहगीर सड़क पर मजबूरन निकलते है। कॉलेज तिराहा से जिला पंचायत अध्यक्ष के आवास की तरफ भी दोनों तरफ फुटपाथ नजर नहीं आते हैं। दुकानदारों व ठेलों वालों ने कब्जा कर लिया है। इस मार्ग पर पैदल निकलना मुश्किल हो जाता है। हमेशा जाम रहता है। बीएसए कार्यालय गेट के सामने टेंपो व जीप वालों ने फुटपाथ पर कब्जा कर रखा है। बीएसए कार्यालय से अंटा चौराहा तक दुकानदारों ने दुकानें फुटपाथ तक बढ़ा रखी है। दुकानदारों ने अपना सामान फुटपाथ पर लगा रखा है। इस मार्ग पर दो स्कूल है। जिला कारागार से जेल कॉलोनी के पीछे खेती करने बंदी सड़क पार करके जाते है। सड़क के दोनों तरफ फुटपाथ पर दुकानदारों व ठेलों वालों का कब्जा है। मजबूरन राहगीर व स्कूली बच्चे सड़क पर पैदल चलते हैं। इस मार्ग पर कई बार अतिक्रमण हटाया गया और लोग फिर कब्जा कर लेते हैं, जिससे लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं। जिले के प्रशासनिक अधिकारी बराबर इस मार्ग से निकलते है। फुटपाथ पर कब्जा करने वालों पर नजर नहीं जाती है।
दौलत राम कहते है कि शहर में अधिकांश मुख्य स्थानों की सड़क पर दुकानदारों, ठेले तथा खोखों वालों ने कब्जा कर लिया है। कहीं स्थाई व कहीं अस्थाई अतिक्रमण है। फुटपाथ पैदल चलने वाले राहगीरों के लिए होते है। दुकानदारों को अपना सामान दुकान के अंदर रखना चाहिए।
सुरजीत ¨सह का कहना है कि जिला प्रशासन, नगर पालिका प्रशासन और पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी है कि अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। प्रशासन को समय-समय पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाना चाहिए। पुलिस प्रशासन को अधिक से अधिक धनराशि का चालान किया जाना चाहिए जब तक प्रशासन कड़ा रुख नहीं अपनाएगा तब तक फुटपाथ पर अतिक्रमण नहीं हट सकता है।
योगेश कुमार कहते है कि सड़कों के किनारे फुटपाथ बचे नहीं है जो जगह बची होती है, दुकानदार उपभोग में लेते है जिस कारण लोगों को पैदल सड़क पर चलना पड़ता है, जो हादसे का शिकार हो जाते है। प्रशासन को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाना चाहिए ताकि फुटपाथ पर चलने के लिए लोगों को आजादी मिल सके।
संजय सेठी का कहना है कि फुटपाथ पर हो रहे अतिक्रमण के लिए पुलिस प्रशासन दोषी है, क्यों कि थाना परिसर और पुलिस चौकी के आसपास दुकानदारों व ठेले वालों ने फुटपाथ पर कब्जा कर रखा है। पुलिस प्रशासन दुकानदारों का चालान करने की जरूरत नहीं समझती है। पुलिस को फुटपाथ पर कब्जा करने वालों के खिलाफ चालान करना चाहिए।