चार स्कूल संचालकों से स्पष्टीकरण तलब
शाहजहांपुर : स्कूलों के संचालन में किस कदर नियमों कानूनों को ताक पर रखा जाता है, इसकी बानगी एबीएस
शाहजहांपुर : स्कूलों के संचालन में किस कदर नियमों कानूनों को ताक पर रखा जाता है, इसकी बानगी एबीएसए के औचक निरीक्षण में देखने को मिली। टीन शेड में चल रहे बिना मान्यता के स्कूल में इंटर पास गुरुजी पढ़ाते मिले।
नगर शिक्षा अधिकारी मुन्नालाल त्रिवेदी ने वित्तविहीन मान्यता प्राप्त चार विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान मुहल्ला आनंदपुरम में संचालित राजेश्वरी देवी विद्या मंदिर में उपस्थित शिक्षिका सुनीता देवी विद्यालय के मान्यता पंजीकरण प्रपत्र नहीं दिखा सकीं। स्कूल रजिस्टर में अंकित छह शिक्षक के सापेक्ष दो शिक्षक के हस्ताक्षर कई माह से छूटे चल रहे थे। एबीएसए ने बताया कि इससे यह प्रतीत होता है कि केवल रजिस्टर में शिक्षकों के नाम चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि तीन अप्रशिक्षित शिक्षक सुनीता, गौरी वर्मा व अलका पढ़ाते मिले। बीइओ ने शिक्षिका सुनीता को तत्काल स्कूल की मान्यता व पंजीकरण कराने को कहा। साथ ही अन्यथा स्कूल को बंद करने का निर्देश दिया। इसी क्रम में मलिक मांटेसरी स्कूल मदरा खेल में भी यही हाल रहा। कई अप्रशिक्षित शिक्षक टीन शेड में पढ़ाते मिले, जबकि हरदयाल पब्लिक स्कूल में तो आलम और भी गजब मिला। इंटर पास कई शिक्षिकाएं विद्यालय में पढ़ाती मिलीं। कक्षा आठ तक संचालित इस स्कूल में मानक अनुसार दस कक्ष होने चाहिए जबकि बरामदे में ही पढ़ाकर काम चलाया जा रहा है। उमाशंकर बाल विद्या मंदिर आनंदपुरम में जांच में पाया कि स्कूल को मान्यता वर्ष 2004 में मिली, जबकि पांच वर्ष में स्थाई मान्यता के लिए आवेदन करना चाहिए, जो दस साल बाद भी नहीं किया गया। स्कूल में कोई शिक्षक प्रशिक्षित नहीं मिला। इसपर बीइओ ने सभी स्कूलों के प्रबंधक को स्पष्टीकरण का नोटिस जारी कर दिया है। जवाब नहीं देने पर उन्होंने विधिक कार्रवाई की चेतावनी दी है।