शहीद नगरी की माटी पर बिखरे कला के रंग
शाहजहांपुर : शहीद नगरी में पहली बार निकली रंगयात्रा ने जनता को कौतूहल और उल्लास से भर दिया। पूरे शहर
शाहजहांपुर : शहीद नगरी में पहली बार निकली रंगयात्रा ने जनता को कौतूहल और उल्लास से भर दिया। पूरे शहर में भ्रमण दौरान घरों से लोग उत्सुकतापूर्वक देखने से अपने आप को रोक न सके।
पूरी रंगयात्रा शांतिपूर्वक शहीद प्रतिमाओं के समक्ष प्रतिभा प्रदर्शन व श्रद्धांजलि समर्पण उपरांत संपन्न हुई।
अभिव्यक्ति नाट्य संस्था के अंतर्गत गांधी भवन प्रेक्षागृह में चल रहे अखिल भारतीय नाट्य प्रतियोगिता के चौथे रोज शहीद नगरी की माटी को नमन करने के लिए कलाकारों ने रंगयात्रा निकाली
विभिन्न प्रांतों से आए प्रतिभागी रंगकर्मियों ने अपने नाटक पात्रों की वेशभूषा में भ्रमण किया। रंगयात्रा की शुरूआत शहर के दक्षिणी छोर पर स्थित महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा से फूलमाला चढ़ाकर की। रंगयात्रा दौरान महिलाएं-बच्चे घरों से निकलकर देखने लगे। यह शहर के लिए एक मनोरंजक व विचित्र यात्रा थी। कुछ पुरुष पात्र इस कड़कड़ाती ठंड में उत्तरीय वस्त्र पहनकर शामिल थे। लोगबाग उनकी रंगकर्म के प्रति लगन देखकर अभिभूत थे। रंगयात्रा टाउनहॉल स्थित काकोरी शहीद प्रतिमा समक्ष ठहरी। जहां सभी प्रांतों से आए रंगकर्मियों ने अपना अदाकारी प्रस्तुत कर राहगीरों को रुक जाने को मजबूर कर दिया। इसके बाद सभी ने शहीद प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की। रंगयात्रा संचालन संस्था अध्यक्ष कृष्ण कुमार श्रीवास्तव व सचिव शमीम आजाद ने किया। इस दौरान तमाम रंगकर्मी, अधिकारी, समाजसेवी व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
पहली बार रंगयात्रा से रूबरू हुई जनता इस रंगयात्रा से काफी गौरवान्वित महसूस कर रही थी।
इनसेट
गांधी भवन का फटा होर्डिग
विभिन्न प्रांतों से रंगकर्मियों ने प्रेक्षागृह की टूटी सीलिंग के मध्य मंचन किया ही साथ ही गांधी भवन का परिचायक बोर्ड जो भवन के ठीक सबसे ऊपर फटा हुआ लगा है वह भी इस दौरान यहां की शान को मुंह चिढ़ाता रहा।