चीत्कारों से गूंज उठा जिला अस्पताल
शाहजहांपुर : हादसे के बाद जब घायलों से भरे वाहन जिला अस्पताल पहुंचे तो नजारा बेहद वेदनापूर्ण था। चार
शाहजहांपुर : हादसे के बाद जब घायलों से भरे वाहन जिला अस्पताल पहुंचे तो नजारा बेहद वेदनापूर्ण था। चारों ओर आंसुओं का सैलाब उमड़ा पड़ा। पल भर में अस्पताल परिसर चीत्कारों से गूंज उठा। हर कोई अपने को तलाशता नजर आया। लोग अपने के शव पर पछाड़ खा रहे थे।
सिंधौली क्षेत्र में बड़े हादसे की सूचना मिलते ही जिला अस्पताल में अलर्ट जारी कर दिया गया। इधर इमरजेंसी वार्ड को खाली करा दिया। डॉक्टर तथा फार्मेसिस्टों को ट्रामा सेंटर बुलाया गया। जिला अस्पताल से खून से लथपथ पहुंचे घायलों को ट्रामा सेंटर में मरहम पट्टी की गई। हादसे का पता चलते ही मृतक तथा घायलों के परिवार वाले जिला अस्पताल पहुंचने लगे थे। अस्पताल में चारों तरफ चीख-पुकार मचने लगी। परिवार वाले अपने रिश्तेदारों को ढूंढ रहे थे। वाडरें में भर्ती घायलों से लोग अपनों को तलाश करने में लगे थे। जिसने सुना कि उसके परिवार के सदस्य की मौत हो गई, वहीं करुण रुदन मच गया। मोर्चरी के पास लोग खून से सराबोर शव से लिपट कर बिलख रहे थे।
मौत के मुंह से बच आया
जिला अस्पताल पहुंचे कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला बिजलीपुरा निवासी रमेश चन्द्र ने बताया कि मैक्स चालक उसका जबरन हाथ पकड़कर बैठा रहा था। उसने कहा कि वाहन ओवरलोड है इसलिए नहीं बैठेंगे। वह इसके पीछे जा रही मैजिक पर बैठकर पुवायां गया।
खून से लाल हो गया ट्रामा सेंटर का फर्श
ट्रामा सेंटर घायलों से भर गया था। स्ट्रेचर कम होने के कारण कुछ को सीटों पर लिटाकर इलाज शुरू किया गया। फर्श पर चारों तरफ खून ही खून हो गया।
कोचिंग पढ़ने आती हैं पारुल व भावना
पुवायां थाना क्षेत्र के मुहल्ला गढ़ी निवासी भावना मिश्रा तथा पारुल शर्मा शहर में कोचिंग पढ़ने रोजाना आती हैं। दोनों कोचिंग पढ़कर मैक्स से घर जा रही थी। गंभीर रूप से घायल पारूल को बरेली रेफर कर दिया गया।