कॉलेज में बच्चों के निवाले पर पड़ रहा डाका
शाहजहांपुर : नगर के मध्य स्थित एक कॉलेज के विरुद्ध एमडीएम की शिकायत पर जांच के लिए एडी बेसिक अचानक ब
शाहजहांपुर : नगर के मध्य स्थित एक कॉलेज के विरुद्ध एमडीएम की शिकायत पर जांच के लिए एडी बेसिक अचानक बीएसए दफ्तर पहुंच गई। एडी बेसिक ने महकमे के साथ आरोपित कॉलेज की सघन जांच की। जांच में आरोप की सत्यता पाई।
जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय में सुबह अचानक सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक शशि देवी शर्मा पहुंच गई। इसपर दफ्तर में कइयों के माथे पर चिंता की लकीरें पड़ गई। कार्यालय के अतिथि कक्ष में बैठीं एडी बेसिक ने पूछने पर बताया कि उनके अचानक आने का मकसद एक कॉलेज में एमडीएम के वितरण में हो रहे घोटाले को लेकर जांच है। वहीं उन्होंने शिक्षा व्यवस्था के विभिन्न मुद्दों को लेकर वार्ता की। आधा घंटा रुकने पश्चात वह आर्य महिला इंटर कॉलेज में सघन निरीक्षण के लिए निकल गई। आर्य महिला इंटर कॉलेज में निरीक्षण दौरान कॉलेज में एक भगौने में मध्यान्ह भोजन बनता पाया। भंडार गृह में रखे खाद्यान्न को रजिस्टर में अंकित विवरण से मिलान किया। एडी बेसिक ने बताया कि ईटों का घेरा बनाकर गैस सिलिंडर पर एक भगौने पर चावल बन रहा था, जो जांच में उपस्थित बच्चों की संख्या से कम मात्रा में पाया गया। एडी बेसिक ने बताया कि स्कूल में 370 छात्राएं उपस्थित थीं। जबकि प्रति छात्रा को डेढ़ सौ ग्राम खाद्यान्न के हिसाब से 55 किलो पांच सौ ग्राम भगौने में पकना चाहिए था। जबकि भगौने में मात्र तीस किलो चावल ही पकता पाया गया। वहीं रसोईघर में बर्तन भी कम पाए गए। इससे मंडल में की गई साक्ष्य सहित शिकायत प्रथम दृष्टया तो सही प्रतीत होती है। जांच आख्या तैयार होते ही सख्त कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण दौरान बीएसए राजेश वर्मा, एबीएसए मुन्नालाल त्रिवेदी, डीसी एमडीएम निश्चय सिंह, ब्लाक समन्वयक इमरान सईद, प्रधानाचार्या आशाकिरन यदुवंशी आदि उपस्थित रहे।
इनसेट
एडीबेसिक ने बा स्कूल की सुरक्षा को लेकर की चिंता
एडी बेसिक शशिदेवी शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि आर्य महिला इंटर कॉलेज में एमडीएम वितरण की धांधली को लेकर साक्ष्य सहित शिकायत पहुंची थी। इसी संबंध में वह जांच के लिए अचानक आई हैं। इसके बाद वह सिंधौली कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में भी निरीक्षण को जाएंगी।
वहीं उन्होंने पूछने पर कि बा स्कूल की चाहरदीवारी के अंदर हो रही अनियमितताओं में अब कमी आ गई है। पहले जनपद पीलीभीत में काफी कुछ गड़बड़ चल रहा था,लेकिन लगातार निरीक्षण से इसमें कमी आई है। उन्हें जब यह बताया कि आठ बा स्कूलों में चाहरदीवार नहीं है, तो उन्होंने इस संबंध में बीएसए से समाजसेवी उद्योगपतियों की सुस्त सक्रियता को लेकर खेद प्रकट किया। उन्होंने कहा आबादी से दूर बने बा स्कूलों में सुरक्षा की वजह से चाहरदीवारी होना अति आवश्यक है। जिसे अति शीघ्र बनवाया जाए। वहीं उन्होंने इस नियम पर अपनी राय देते हुए कहा कि वास्तव में तो बा स्कूल में ही वार्डेन का आवास होना चाहिए ताकि वह अपने परिवार से बिना दूर हुए छात्राओं पर अधिक ध्यान दे सकें।