घायलों को निकालने में खून से सनी खाकी
तिलहर (शाहजहांपुर) : पुलिस के उस जज्बे को जनता ने भी सलाम किया। जब भयानक सड़क हादसे को देख उधर से गुज
तिलहर (शाहजहांपुर) : पुलिस के उस जज्बे को जनता ने भी सलाम किया। जब भयानक सड़क हादसे को देख उधर से गुजर रहे पुलिस कप्तान राकेश चन्द्र साहू व सीओ संजय कुमार स्वयं मैजिक में फंसे घायलों को निकलने में जुटे गए और दोनों अधिकारियों की वर्दी खून से सराबोर हो गई।
हुआ यूं कि अपरान्ह 2 बजे जब हाइवे पर प्रधान ढाबे के समीप सेना के ट्रक से टाटा मैजिक की आमने-सामने की भिड़ंत हुई तो उसके जोरदार धमाके से खेतों में काम कर रहे किसान व ढाबे पर कार्यरत कारीगर व अन्य कर्मचारी व उसके मालिक तत्काल वहां दौड़ पड़े और मैजिक में फंसे घायलों को निकालने में जुट गये। इसी दौरान तिलहर चीनी मिल के पेराई सत्र का शुभारंभ कर पुलिस अधीक्षक राकेश चन्द्र साहू, सीओ संजय कुमार के साथ शाहजहांपुर वापस जा रहे थे। उन्होंने जब यह भयानक हादसा देखा, तो न केवल वे अपने वाहनों से उतर पड़े, बल्कि आरक्षियों व मददगारों के साथ स्वयं भी घायलों को टाटा मैजिक से निकालने में जुट गए। चारों तरफ चीख पुकार व करुण क्रन्दन मचा हुआ था। इसके बीच दोनों अधिकारी अपनी वर्दी की परवाह किए बिना मदद में जुटे रहे और उन्होंने सीओ की गाड़ी व अन्य वाहनों से घायलों को तत्काल जिला अस्पताल भिजवाया। मैजिक में फंसे घायलों को बॉडी तुड़वाकर कड़ी मशक्कत के साथ बाहर निकालने में दोनों अधिकारियों की वर्दी भी खून से रंग गई।
उधर प्रधान ढाबे पर खाना खा रहे ग्राम बन्थरा निवासी नीरज सिंह ने बताया कि हादसे के बाद चारों तरफ चीख-पुकार मची थी। हादसा इतना भयानक था कि उसमें बैठे यात्री आपस में एक-दूसरे से गुत्थमगुत्था हो चुके थे। बॉडी के टूटने एवं भूसे की तरह भरी घायल सवारियों को निकालने में सभी को कड़ी मेहनत करनी पड़ी।
हादसे दर हादसे
तिलहर : एक माह में हाइवे पर यह दुर्घटना की दूसरी बड़ी घटना है। ज्ञात रहे कि विगत 2 नवम्बर को रौजा थाना क्षेत्र में लखनऊ दिल्ली नेशनल हाइवे पर ग्राम चकभिटारा के पास ओवरलोड ट्रक ने एक थ्रीव्हीलर को रौंद दिया था, जिसमें चार महिलाओं सहित सात लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। अभी इस घटना को लोग भूल भी न पाये थे कि आज सेना के ट्रक ने टाटा मैजिक को रौंद दिया, जिसमें फिर से सात लोग कालकलवित हो गए। छह माह पूर्व 17 मई 2014 को तिलहर व कटरा के मध्य ग्राम धनेला के समीप के ट्रक ने टेंपों को रौंद दिया था, जिसमें 8 लोगों की दर्दनाक मौत हो गयी थी। इससे पूर्व विगत 1 फरवरी को रूपैडि़या से हरिद्वार जा रही एक बस सरयूं पुलिया के पास खन्ती में पलट गयी थी, जिसमें ढाई दर्जन यात्री गंभीर रूप से घायल हुए थे। वर्ष 2010 में नगरिया मोड़ के समीप ट्रक जीप की आमने-सामने की भिड़न्त में पांच लोगों की मौत हुई थी। वर्ष 2011 में पुवायां स्टेट हाइवे पर टैंकर मैजिक की भिड़न्त में आधा दर्जन की मौत हुई। वर्ष 2012 भी दुर्घटना से अछूता न रहा और हाइवे पर तिलहर डिग्री कालेज के समीप के ट्रक व मैजिक की टक्कर में पांच लोग असमय ही काल के गाल में समा गये थे। इसके चन्द दिनों बाद इसी वर्ष पुन: पुवायां के स्टेट हाइवे पर टाटा मैजिक के पेड़ से टकराने में 8 लोगों की मौत हुई और जलालाबाद व शाहजहांपुर मार्ग पर जीप व रोडवेज की टक्कर में 8 लोग कालकवलित हुए।