दो माह पूर्व लुटा था सर्राफ
शाहजहांपुर : शहबाजनगर रेलवे क्रासिंग पर हुई लूट की वारदात खाकी की लापरवाही का परिणाम है। दो माह पूर्व शहबाजनगर से लौट रहे सराफा व्यापारी सूरज को बदमाशों ने लूट लिया था। व्यापारियों ने हो-हल्ला मचाया तो हरकत में आयी पुलिस व्यापारियों की सुस्ती भांप फिर चुप्पी साध ली। खाकी की सुस्ती को भांप बदमाशों ने सोमवार रात दूसरी वारदात को अंजाम दे डाला। पुलिस की नाकामी से पब्लिक में आक्रोश पनप रहा है।
केरूगंज निवासी राजा रस्तोगी के पुत्र सूरज रस्तोगी को 28 मई की रात बाइक सवार बदमाशों ने लूट लिया था। सूरज रस्तोगी शहबाजनगर से अपनी सराफा दुकान बंद कर रात में घर लौट रहा था। वारदात के बाद शुरूआती दिनों में तेजी दिखाने के बाद पुलिस सो गयी। व्यापारियों ने हो-हल्ला मचाया तो एसपी राकेश चंद्र साहू ने कार्रवाई का आवश्वासन दे दिया। उसी दौरान इंस्पेक्टर जगतपाल सिंह परिहार को थाने की कमान सौंप दी गयी। उन्होंने ने पीड़ित व्यापारी से दो-चार दिन की मोहलत ली थी। नए इंस्पेक्टर के कार्यभार संभाले एक माह से ज्यादा हो गए लेकिन बदमाशों तक खाकी के हाथ नहीं पहुंच सके हैं। पुलिस की नाकामी से सूरज रस्तोगी की धड़कनें तेज हुई जा रही हैं। पीड़ित सूरज रस्तोगी के पिता राजा रस्तोगी ने बताया कि पुलिस उनके मामले में कुछ भी नहीं कर पा रही। वारदात को हुए दो माह बीत गए। पुलिस की सुस्ती का उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।