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स्वर्ण जयंती शहरी योजना पर लगा विराम

By Edited By: Published: Fri, 25 Apr 2014 01:45 AM (IST)Updated: Fri, 25 Apr 2014 01:45 AM (IST)
स्वर्ण जयंती शहरी योजना पर लगा विराम

शाहजहांपुर : नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) की ओर से संचालित स्वर्ण जयंती शहरी योजना को बंद कर दिया गया है। योजना बंद होने से 39 लाभार्थियों के अनुदान पर संकट मंडरा गया है। सूडा के संयुक्त निदेशक ने जनपद आगमन पर परियोजना अधिकारी से शेष बजट वापस भेजने के निर्देश दिए हैं।

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स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के तहत गरीबों को विभाग के माध्यम से दो लाख रुपए तक का ऋण दिलाने का प्राविधान था। सूडा ने वित्तीय वर्ष 2014 के लिए जनपद के लिए 119 लाभार्थियों की खातिर लक्ष्य निर्धारित किया था। डूडा की ओर से संबंधित बैंकों को लाभार्थियों की पत्रावलियां भेज दी गई थीं। 105 लाभार्थियों को बैंकों की ओर से ऋण दिया जा चुका है। शेष लाभार्थी बैंकों में अनुदान न पहुंचने के कारण योजना के लाभ से वंचित हो गए हैं। 5 मार्च 2014 को 16वीं लोकसभा के लिए आदर्श आचार संहिता लागू हो गई थी जो 28 मई तक प्रभावी है। आचार संहिता लागू होने के कारण डूडा की ओर से शेष लाभार्थियों का अनुदान बैंकों में नहीं भेजा जा सका। लाभार्थियों के चेक पर जिलाधिकारी और अपर जिलाधिकारी प्रशासन के हस्ताक्षर होते हैं। योजना के तहत वे लाभार्थी शामिल थे जो बेरोजगार हैं। कपड़े की दुकान, साइकिल और परचून की दुकानों के लिए ऋण की खातिर आवेदन किया था। दो दिन पूर्व नगर पालिका एवं डूडा की ओर से शहर में कराए गए निर्माण कार्यो का अवलोकन करने सूडा के संयुक्त निदेशक अनिल कुमार सिंह टीम के साथ आए थे। उन्होंने विकास कार्यो के निरीक्षण के बाद डूडा में ऋण संबंधी पत्रावलियों का अवलोकन किया था। इस पर उन्होंने शहरी स्वर्ण जयंती रोजगार योजना से संबंधित परियोजना अधिकारी हरिओम अग्रहरि के साथ वार्ता की थी और उन्हें शेष बजट सूडा को वापस करने के निर्देश दिए थे। परियोजना अधिकारी श्री अग्रहरि ने बताया कि लक्ष्य के मुताबिक 105 लोगों को बैंकों से ऋण और अनुदान प्राप्त हो चुका है। विभाग की ओर से दो लाख के ऋण पर 50 हजार का अनुदान दिया जाता है। यदि बैंक इससे कम ऋण स्वीकृत करती है तो 25 फीसदी अनुदान दिया जाता है। उन्होंने बताया कि स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना से संबंधित जो लाभार्थी अनुदान से वंचित रह गए हैं उनको वित्तीय वर्ष 2014-15 के तहत बजट आने पर लाभांवित कराने का प्रयास किया जाएगा।

इंसेट :

बड़े हनुमान जी के किए दर्शन

सूडा के संयुक्त निदेशक विकास कार्यो के निरीक्षण के लिए जब जनपद आए थे तो उन्होंने बड़े हनुमान जी के बारे में चर्चा की। विभागीय अधिकारियों के साथ विसरात घाट स्थित खन्नौत नदी पहुंचे और विशाल हनुमानजी के दर्शन किए। उन्होंने प्रतिमा के फोटोग्राफ भी खींचे और दान स्वरूप 1100 की रसीद भी कटवाई।


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