दिवस पर नहीं निभी औपचारिकता
संतकबीर नगर : 6 दिसंबर 92 को अयोध्या में विवादित ढांचा विध्वंस की स्मृति में भारतीय जनता पार्टी जहां
संतकबीर नगर : 6 दिसंबर 92 को अयोध्या में विवादित ढांचा विध्वंस की स्मृति में भारतीय जनता पार्टी जहां शौर्य दिवस मनाती रही है, वहीं समाजवादी पार्टी इस दिन को कलंक दिवस के रूप में मनाती रही है।
मंगलवार को दिवस पर दोनों दलों के साथ सहयोगी संगठन दिवस से अन्जान बने रहे। कुछ ने तो मोबाइल फोन व फेस बुक, वाट्सएप पर संदेश प्रेषित किया। सार्वजनिक तौर पर जनपद में कोई भी कार्यक्रम नहीं किया गया।
मंगलवार दोनों दिन था, लेकिन नहीं थे तो दोनों दलों के कार्यकर्ता व पार्टी नेता। अभी तक दोनों दल के लोग इस दिन को अपनी अस्मिता से जोड़कर देखते रहे हैं और इसी के बहाने दल अपनी ताकत भी दिखाते रहे हैं, लेकिन इस बार दोनों इसे भूल गए। सपा के प्रदेश की सत्ता व भाजपा के केंद्र में सरकार बनने पर कोई कार्यक्रम नहीं किए गए। विविध संगठनों व राजनीति के जानकारों का कहना है कि वोट के लिए पार्टियां समय पर नवीन मुद्दों को बनाती है। कार्यकर्ताओं में उत्साह रहे उसके लिए नेतृत्व पूरी ताकत से मुद्दों को भुनाने की कोशिश करता है। ऐसे में आम जनता का कहना है कि चुनाव के समय तो दोनों दलों को यह दिन खूब याद रहता है, क्योंकि इसी मुद्दे पर मतदाताओं को बांट कर वोट एकत्र किया जाता है। अभी विधानसभा चुनाव दूर है, लगता है इसीलिए दोनों दल इसे भूल गए है। सपा जिलाध्यक्ष रामनारायण यादव ने कहा कि इस दिन हम लोग कोई कार्यक्रम नहीं कर रहें हैं। पूर्व में कलंक दिवस के रूप में मनाने के सवाल पर बचाव किया। जिला महासचिव जावेद खान ने कहा कि पूर्व में दिवस मनाते रहें हैं। आज कोई कार्यक्रम नहीं है। भाजपा जिलाध्यक्ष रामललित चौधरी का कहना है कि आज का दिन हम शौर्य दिवस के रूप में मनाते हैं। इसमें किसी आदेश व निर्देश का सवाल नहीं हैं। आज अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस पर कार्यक्रम के साथ मेहदावल व अन्य स्थानों पर यात्रा व महिला सम्मेलन आदि को लेकर बैठक थी। व्यस्तता को लेकर कार्यक्रम नहीं किया जा सका।