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प्रयोगशाला के लिए विद्यालयों का शीघ्र करेंचयन

संतकबीर नगर: राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत विज्ञान और गणित की शिक्षा को प्रयोग आधारित बनाने के लि

By Edited By: Published: Mon, 26 Sep 2016 11:08 PM (IST)Updated: Mon, 26 Sep 2016 11:08 PM (IST)
प्रयोगशाला के लिए विद्यालयों का शीघ्र करेंचयन

संतकबीर नगर: राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत विज्ञान और गणित की शिक्षा को प्रयोग आधारित बनाने के लिए राज्य परियोजना कार्यालय से मिले निर्देशों के क्रम में जिले के समस्त एबीआरसी की एक दिवसीय कार्यशाला खलीलाबाद बीआरसी पर हुई। इस दौरान जिला समन्वयक जमानत अली और हृदयनारायण त्रिपाठी ने योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देने के साथ ही विद्यालयों के चयन का कार्य अविलंब पूरा करने को कहा।

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जिला समन्वयक द्वय द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत जिले के हर विकास खंड के दो पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में प्रयोगशाला की स्थापना किया जाना है। इसके लिए सरकार के स्तर से 45 हजार रुपये की राशि निर्धारित किया गया है। विद्यालयों के चयन का कार्य विकास खंड स्तर से पूरा किया जाएगा। 28 सितंबर तक चयनित विद्यालयों की सूची जिला कार्यालय पर उपलब्ध करवाना होगा। इसके अतिरिक्त हर पूर्व माध्यमिक विद्यालयों को विज्ञान किट की खरीद करने के लिए आठ हजार रुपये भी दिए जाएंगे। किट की खरीद का कार्य सरकार के मानक पर खरे प्रतिष्ठानों से किया जाएगा। इसके लिए विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष और सचिव सहित पांच सदस्यीय टीम का गठन किया जाएगा। विज्ञान और गणित विषय के प्रति छात्रों का लगाव बढ़ाने के लिए विज्ञान मेलों का भी आयोजन जिले और विकास खंड स्तर पर किया जाएगा जिसमें हर विद्यालयों के छात्र छात्राओं को शामिल करने का प्रयास किया जाएगा। मेले के दौरान लघु नाटिका, निबंध लेखन आदि शामिल किया जाएगा। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों पर भी गणित किट के लिए धन भेजा जाएगा। स्कूलों पर यथा संभव एक अतिरिक्त कक्षा कक्ष को प्रयोगशाला के रुप में विकसित किया जाना है इसे ध्यान में रखकर सभी ने चयन की कार्यवाही को पूरा करने का निर्देश दिया। इस दौरान दुर्गेश कुमार, पशुपतिनाथ, संजय गांधी, जलालुद्दीन अंसारी, रामचंद्र विश्वकर्मा, राजेश कुमार, चंद्रशेखर मिश्रा, लक्ष्मीनरायन, गिरिजेश त्रिपाठी समेत जिले भर के विज्ञान और गणित विषयों के सहसमन्वयक मौजूद रहे।


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