गुलाब से खिले चेहरे, वेलेंटाइन वीक प्रारंभ
संतकबीर नगर : पाश्चात्य संस्कृति का वेलेंटाइन को लेकर युवा वर्ग में उत्साह है। रविवार को प्रथम दिन र
संतकबीर नगर : पाश्चात्य संस्कृति का वेलेंटाइन को लेकर युवा वर्ग में उत्साह है। रविवार को प्रथम दिन रविवार बेलेंटाइन वीक का प्रारंभ हुआ। रोज डे यानि गुलाब दिवस पर चेहरे खिले रहे। बड़ों के साथ छोटे भी आनंद लेते रहे। बाजार में पुष्प के साथ उपहार भी खरीदे गए। युवाओं में पर्व को लेकर उन्मुक्ता छायी रहीं।
प्रथम दिन सात फरवरी को रोज -डे की संज्ञा दी गई है। इस विषय के विशेषज्ञों के अनुसार इस दिन गुलाब भेंट किया जाता है। फिर प्रपोज डे, चाकलेट डे, टैंडी -डे, प्रामिश -डे, हग -डे, किस-डे फिर वेलेंटाइन डे मनाते है।
स्टेटस जमाने व आधुनिकता से जोड़े जाने वाले दिवस को विभिन्न तरह से मनाने का प्रचलन चला। सफल व असफल लोगों के मन मस्तिष्क में यह पर्व छाया है। खट्टे मीठे अनुभवों से और भी प्रेरणा लेने लगे। चोरी चुपके धीरे-धीरे प्यार जताने के पर्व में मोहब्बत भरे आठ दिन प्यार, इजहार व इंकार कहीं दिल खोल के तो कहीं संकोच में चल रहा है। पति-पत्नी भी एक दूसरे के लिए तोहफे ढूंढ रहे हैं।
--------------------वेलेटाइन विश से पूर्व ही तोहफे
वेलेटाइन डे में गुलाब पुष्प का महत्व है। प्यार के पर्व की
तैयारियां जोरों पर है, जिसके लिए तोहफे व संदेश भेजे जा रहे है। अपनों से
अपनापन जताने के लिए युवा वर्ग में बेताब है। युवा वर्ग चेहरे पर चमक लिए उत्साह से एक-एक दिन इश्क के राहों पर चलने वालों के दिशा निर्देशन में गुजारने की तैयारी में जुट रहे हैं।
-----------सजा बाजार
- भारतीय संस्कृति में जहां पर्व परम्परा से जुड़े है वहीं हावी होती पश्चिमी संस्कृति पर अजब-गजब पर्व बन रहे हैं। पिछले दो दशक से युवाओं में वेलेंटाइन डे का जादू सिर चढ़ कर बोल रहा है। एक तरफ जहां युवा वर्ग प्रेम दिवस को प्रसारित करने में लगा हुआ है, वहीं अभिभावक व संस्कृति के रक्षक कहते है कि हर दिन स्नेह आत्मीयता का होना चाहिए। जिनकी इस वर्ष शादी तय है यहां शादियां हुई है वहां तो मंद -मंद विश की तैयारियां हो रहा है। नव युगल दंपति के साथ पति-पत्नी भी एक दूसरे के लिए तोहफे ढूंढ रहे हैं। एसएमएस, एमएमएस के साथ मेल, वहाटसेप पर दिवस को लेकर तरह-तरह के संदेश भेजे जा रहे हैं। इसमें अच्छा खासा व्यंग तीर भी छोड़े जा रहे हैं। -----------