भागवत कथा से कल्याण संभव: शास्त्री
संत कबीर नगर : श्रीमद्भागवत कथा मानव का कल्याण करने वाली है। पावन कथा जीवन को संवारने पर सुख, समृद्
संत कबीर नगर : श्रीमद्भागवत कथा मानव का कल्याण करने वाली है। पावन कथा जीवन को संवारने पर सुख, समृद्धि, शांति व ईश्वर के प्रति भक्ति भावना को बढ़ाने वाली है। इस कथा में वेद, पुराण, उपनिषद सभी ग्रंथों का सार है।
उक्त बातें बुधवार को वृंदावन धाम से पधारे कथा व्यास राधेश्याम शास्त्री ने कही। वे खलीलाबाद के गोला बाजार स्थित कथा स्थल पर कथा के महत्व को परिभाषित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वेद, पुराण, महाभारत आदि की रचना के बाद भी जब शांति का मार्ग नही प्रशस्त्र हुआ तो वेद व्यास ने अंतिम कृति श्रीमद्भागवत की रचना किया। पहली बाद शुकदेव दास जी राजा परीक्षित को कथा सुनाई थी। नैतिकता, सत्कर्म, परोपकार व कर्तव्य परायण बनने की सीख मिलती है, वहीं भक्ति भावना भी बढ़ती है। भागवत कृष्ण है, सात दिवसीय कथा में व्यास व समास होगा। व्यास के माध्यम से शिक्षा प्रद्र ज्ञान तथा समास में 18 हजार पाठक व अनुष्ठान होगा।
- कथा में आज
श्रीमद्भागवत सप्ताह प्रथम दिन गुरुवार को प्रात: काल 09.30 बजे से लक्ष्मी नारायण मंदिर से कलश यात्रा निकलेगी। अपराह्न 03 बजे से भागवत महात्म्य नारद चरित्र पर प्रसंग होगा। सायं सात बजे आरती के साथ प्रसाद वितरण होगा। कथा का समापन दस जून को हवन-पूजन के साथ होगा।