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विश्वशांति के प्रणेता महात्मा बुद्ध का वंदन

संत कबीर नगर: बुद्ध पूर्णिमा पर सोमवार को परंपरागत ढंग से महात्मा बुद्ध की जयंती मनाई गई। पूजन-अर्चन

By Edited By: Published: Mon, 04 May 2015 10:20 PM (IST)Updated: Mon, 04 May 2015 10:20 PM (IST)
विश्वशांति के प्रणेता महात्मा बुद्ध का वंदन

संत कबीर नगर: बुद्ध पूर्णिमा पर सोमवार को परंपरागत ढंग से महात्मा बुद्ध की जयंती मनाई गई। पूजन-अर्चन के साथ संगोष्ठी आयोजित कर व्यक्तित्व व कृतित्व पर चर्चा करके उनके बतलाएं मार्ग पर चलने का संकल्प दुहराया गया।

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डा. बीआर अंबेडकर समाज सेवा संस्थान द्वारा रविदास मंदिर बौद्ध विहार में जयंती धूमधाम से मनी। गुरु वंदना के बाद पंचशील ग्रहण कराया गया। संबोधित करते हुए खेदन प्रसाद ने कहा कि पूरे विश्व में मानवता का संदेश देकर महात्मा ने सभी को एक सूत्र में पिरोपित किया। देश में जन्म लेकर पहला उपदेश भी दिया। इस मौके पर रामदरश, अमृत चंद, डा. सुभाष चंद्र गौतम, अयोध्या प्रसाद, प्रभुनाथ, इंदजीत, शिवचरन, रामप्रताप, रामलौट, डा. सुनील कुमार, पंकज कुमार, प्रमोद, फूलचंद्र, अवध राज, रामनरेश, चंद्र प्रकाश, प्रहलाद, रामसहाय, रामसेवक ने विचार रखे।

इसी क्रम अखिल भारतीय दलित शोषित कल्याण महासभा के सदस्यों ने धूम धाम से जयंती मनाया। मैनसिर चौराहा पर आयोजित कार्यकम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष तूफानी प्रसाद ने कहा कि भगवान बुद्ध राजपाट छोड़कर बौद्ध ज्ञान के लिए सन्यास धारण किया। मानव समाज में झूठी लड़ाई, मारपीट, ¨हसा आदि से दु:खी हुए। बोध गया में ज्ञान प्राप्त करके विश्व में समानता के लिए कार्य किया। बाद में बाबा साहेब डा. अंबेडकर ने समता मूलक संविधान का निर्माण किया। प्रदेश उपाध्यक्ष बुद्धू प्रसाद भारती ने उनके उपदेशों पर अमल करके मानव जीवन को सुख मय बनाने का आह्वान किया। इस मौके पर राजकिशोर गुप्ता, राजेंद्र गौतम, अनिता, तेरसू, झिनका, रुक्मणि, रामशब्द, हीरालाल निराला, सोनमती यादव, कमलावती गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

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पीड़ितों के सहयोग का संकल्प- सम्राट चंद्र गुप्त मौर्य सेवा संस्थान के सदस्यों ने बुद्ध पूर्णिमा पर एसबीएम छात्रावास खलीलाबाद में संगोष्ठी का आयोजन किया। विश्व शांति के प्रतीक भगवान बुद्ध के विचारों पर प्रकाश डाला। भूकंप पीडि़तों के मदद के लिए यथा संभव सहयोग का संकल्प लिया गया। रामरक्ष मौर्य ने कहा कि मानवता के धनी करूणा के सागर ने भारत में जन्म लेकर पूरी दुनिया को मानवता का संदेश दिया। इस मौके पर कृष्ण कन्हैया लाल मौर्य, पीसी यादव, डा. बीपी एन ¨सह, शिव दयाल मौर्य, बुद्धिराम, रामचंद्र, जोखू पासवान, अनिरुद्ध मौर्य, प्रहलाद, मीरा भारती, जयप्रकाश, बुद्धिराम, सुभाष मौर्य, रामचंद, गणेश मौर्य, अनिल कन्नौजिया, आलम खान, शैलेंद्र ¨सह उपस्थित रहे

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भारतीय सभ्यता और संस्कृति का किया प्रसार

लार्ड बुद्धा संगठन के तत्वावधान में जयंती मनाई गई। संबोधित करते हुए जयकरन प्रसाद ने कहा कि महात्मा बुद्ध ने पूरी दुनियां को शांति और सदभावना का संदेश देकर भाइचारे की भावना का विकास किया था। भारतीय सभ्यता और संस्कृति का महात्मा बुद्ध ने पुरी दुनिया में प्रसार किया। शुभी विश्वंभरा ने कहा कि भारत की धरती अनेक धर्म और संस्कृतियों की जननी है। बौद्ध धर्म भी इसी भूमि से निकलकर दुनिया में प्रसारित हुआ। इस मौके पर विनोद कुमार, अखिलेश पासवान, आशुतोष, विनोद, रामकेवल, गामा प्रसाद पासवान, ¨रकी, विभा आदि उपस्थित रहीं।

------------------------संयोग को लेकर रही उत्सुकता

- पूर्णिमा हर महीने आती है लेकिन सोमवार को पूर्णिमा बेहद खास है। वैशाख पूर्णिमा है जिसे बुद्ध पूर्णिमा भी जो साल में एक बार आती है। इस मौके पर आस्थावानों ने स्नान-दान करके दान पुण्य किया। जानकारों वैशाख पूर्णिमा पर सालों बाद कई शुभ योग बने। वैशाख पूर्णिमा पर सोमवार, स्वाति नक्षत्र, तुला राशि का चंद्रमा, योग और मेष राशि का सूर्य मौजूद रहे। ज्योतिष सुजीत श्रीवास्तव ने बताया कि वैशाख पूर्णिमा यह योग, वार, तिथि व नक्षत्र सभी तरह से शुभ फल प्रदान करने वाला है। स्नान व दान पुण्य लंबे समय तक फलदायी होगा। अदभुत योग 35 वर्ष पर बना है।


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