विकास की चौखट से दूर टेढ़ी गांव के तेरह पुरवे
महराजगंज: संचार, चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में देश और समाज काफी उन्नति किया है लेकिन कुछ ऐसे
महराजगंज:
संचार, चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में देश और समाज काफी उन्नति किया है लेकिन कुछ ऐसे गांव है जो देश आजाद हुए कई दशक बीत जाने के बाद भी विकास की एक किरण के लिये तरस रहे हैं। लक्ष्मीपुर क्षेत्र के पूरब सीमा पर स्थित ग्राम पंचायत टेढ़ी एक ऐसी ही ग्राम पंचायत है जहां के तेरह पुरवे विकास से मीलों दूर हैं।
लक्ष्मीपुर एवं सदर ब्लाक के सीमा पर स्थित ग्राम पंचायत टेढ़ी में रोहिन नदी के किनारे बसा अतिपिछड़ा गांव है। इस गांव के चारो तरफ जंगल और नदी नाले हैं। गांव में कुल पांच राजस्व गांव है जिनमें टेढी खास, गंगापुर, ब्रह्मपुर, बेलौहा और काधपुर सामिल है। यहां कुल नौ हजार की जनसंख्या निवास करती है। भौगोलिक स्थित के आधार पर पूरा गांव दो भागों में विभाजित है। रोहिन नदी के पश्चिम तरफ की आवादी जिनमें टेढी खास, गंगापुर आते हैं वहां पर लगभग लगभग सारी सुविधाएं और लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को मिल रहा है लेकिन शेष तीन राजस्व गांव ब्रह्मपुर, बेलौहा और काधपुर जो कि रोहिन के पूरब तरफ स्थित है वहां के लोग आजादी के छ: दशक बाद आज भी सरकारी योजनाओं के लिये तरस रहे हैं। जिनकी जनसंख्या पांच हजार है। उक्त तीन राजस्व गांव ब्रह्मपुर, बेलौहा और काधपुर छोटे छोटे कुल तेरह पूरवों मे बसा है जिसमें भुडलिहवा, आनन्दनगर, बेरीकुडी, गुलरीहवा, बिन्नर टोला, कौआवहवा, भुकुरहवा, बसौहा, पथरहिया सामिल हैं। उक्त पूरवे रोहिन और मलाव नदी के बीच में स्थित है गांव में जाने के लिये आवागमन के कोई सुगम रास्ता नही है। गांव में पूरब से आते है तो सदर क्षेत्र का जंगल पार करना पडता है और अगर गांव के पश्चिम और दक्षिण से आते है तो जंगल और रोहिन पार करने के बाद ही गांव तक पहुंचा जा सकता है। उक्त दोनों नदी पर पुल नही बना है। गांव के लोगों को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ती है। बिजली के तार तो है लेकिन उसमें विद्युत प्रवाह नही है। आवास के नाम पर केवल झोपड़ पट्टी नजर आती है। गांव के राजमन, बेचन, सेवक, सीताराम, त्रिलोकी, दिनेश, सवारे, सरेश, गुद्दे, जयहिन्द आदि ने बताया कि गांव में केवल टेढी खास और गंगापुर में ही विकास हुआ है शेष राजस्व गांवों में कोई सरकारी सुविधा नही है जैसे आजादी के पहले व्यवस्था थी करीब वही आज भी है। कोई खास सुधार नही हुआ है। ग्राम प्रधान श्रीमती कुशमावती ने कहा कि यह सही है कि तीन राजस्व गांव ब्रह्मपुर, बेलौहा और काधपुर की दशा अब भी दयनीय है।
एडीओ पंचायत एवं टेढ़ी गांव के सचिव दिनेश राय का कहना है कि शासन स्तर से उपलब्ध सभी योजनाओं को नियमानुसार संचालित किया जा रहा है। यहां की स्थिति के विषय में शासन को अवगत कराया गया है।