डब्ल्यू कोड से चल रहा शराब का अवैध कारोबार
संत कबीर नगर : आबकारी विभाग व गोरखपुर के सरैया डिस्टीलरी के बीच चल रहे अवैध शराब के कारोबार के लि
संत कबीर नगर : आबकारी विभाग व गोरखपुर के सरैया डिस्टीलरी के बीच चल रहे अवैध शराब के कारोबार के लिए माफिया डब्ल्यू कोड का प्रयोग करते हैं। इसका खुलासा आबकारी विभाग के गोदाम पर अवैध शराब के साथ पकड़े गए वाहन चालक से पुलिसिया पूछताछ में किया।
बीते रविवार को क्षेत्राधिकारी अरविंद कुमार वर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आबकारी विभाग के गोदाम से एक ट्रक नकली शराब बरामद किया था। हालांकि विभागीय दबाव के कारण देर शाम तक शराब को छोड़ देना पड़ा, लेकिन पुलिस ने ट्रक चालक को हिरासत में लेकर कुछ राज खोलवा लिया। सूत्रों की मानें तो पुलिस द्वारा पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि नकली शराब का जो अवैध कारोबार चलता है, इसके लिए आबकारी विभाग के अधिकारी व गोरखपुर जिले के सरैया डिस्टीलरी के बीच डब्ल्यू कोड का प्रयोग किया जाता है। इस कोड का प्रयोग चालक द्वारा तब किया जाता है, जब आबकारी विभाग के किसी अधिकारी द्वारा वाहनों को रास्ते में रोका जाता है, या जिस जिले में यह शराब उतारनी होती है। इतना ही नहीं शराब माफियाओं द्वारा इसे विभाग की मिली भगत से अवैध शराब ट्रक उतराने के बाद गोदाम में न रख लाइसेंसी दुकानों पर भेज दिया जाता है। उधर पकड़े गए शराब को देर रात तो छोड़ देने के बाद मामला तो ठंडा हो गया, लेकिन इसका खामियाजा पुलिस पुलिस क्षेत्राधिकारी भुगतना पड़ा। उन्हें गोरखपुर जोन के बाहर सोनभद्र जिले में पीएससी के लिए स्थानांतरण हुआ।