होली पर महंगाई की मार
संत कबीर नगर : होली पर मंहगाई की मार हर परिवार पर प्रत्यक्ष रुप से पड़ा रही। महंगाई से त्योहार का
संत कबीर नगर :
होली पर मंहगाई की मार हर परिवार पर प्रत्यक्ष रुप से पड़ा रही। महंगाई से त्योहार का रंग फीका पड़ने लगा है। महंगाई दैनिक उपयोग की सामग्रियों के साथ खान-पान पर दिखने लगी है। महंगाई से होली का रंग जहां फीका पड़ रहा है वहीं गुजिया की मिठास कम हो गई है। होली में बनने वाले पकवान खासतौर पर गुजिया सामग्री के लिए ग्राहक अब बाजार में नजर तो आने लगे हैं, लेकिन पिछले साल से कम हैं। बढ़ती महंगाई के कारण होली पर मिलने वाली खास गुजिया का स्वाद महंगा हो गया है। गुजिया जहां अब खाली रह रही है। दुकानदारों का कहना है कि महंगाई की वजह से पिछले साल की तुलना में अभी कम बिक्री हुई है। महिलाओं का मानना है कि जरूरत की सामाग्री पकवान के लिए खरीद रहे हैं। पहले इतना पकवान बनाया जाता था कि होली के अवसर पर रिश्तेदारों को भी बांटा जाता था। लेकिन अब समय के अभाव के कारण बाजार से बनी गुजिया खरीदते हैं। गृहणियों की माने तो गुजिया की सामाग्री काफी महंगी है इसलिए पहले जैसा पकवान वाला त्यौहार होली का नहीं रहा। पहले जहां पास -पड़ोसियों को हम गुजिया बना कर होली के अवसर पर रिश्तेदारों को भी भेजते थे। लेकिन अब महंगाई बहुत बढ़ गई है। गुजिया में पड़ने वाली सामाग्री महंगी होने की वजह से अब सिर्फ मुंह मीठा करने के लिए गुजिया बना लेते हैं। घर में चार लोग हैं तो दस-बारह गुजिया ही बनाते हैं।
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